रायपुर:छत्तीसगढ़ चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रमोशन के बाद कार्यभार नहीं संभालने वाले 5 डॉक्टरों को डिमोट कर दिया है. बीते मार्च महीने में इन सभी डॉक्टरों को चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रमोशन दिया था. जिसके बाद उन्हें 10 दिनों के अंदर कार्यभार संभालना था. लेकिन मौजूदा दायित्व नहीं संभालने की वजह से इन डॉक्टरों को डिमोट किया गया है.
छत्तीसगढ़ चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 5 डॉक्टरों को किया डिमोट - गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर
10 दिनों के अंदर कार्यभार नहीं संभालने पर छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने 5 डॉक्टरों को डिमोट कर दिया है. मार्च 2021 में इन डॉक्टरों को छत्तीसगढ़ चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रमोशन प्रदान किया था.
5 डॉक्टर डिमोट
ये डॉक्टर अब मेडिकल कॉलेज में प्राध्यापक पद से सह प्राध्यापक के पद पर डिमोट हुए हैं. साथ ही आदेश में यह भी लिखा गया है कि ये सभी डॉक्टर्स अगले 1 साल के लिए पदोन्नति के लिए अयोग्य रहेंगे.
इन डॉक्टरों पर गिरी डिमोशन की गाज
- डॉक्टर शुभ्रा अग्रवाल- शुभ्रा का तबादला पंडति जवाहरलाल नेहरू स्मृति मेडिकल कॉलेज रायपुर से सिम्स बिलासपुर में किया गया था. यह मेडिसिन विभाग में सह प्राध्यापक के तौर पर रायपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में तैनात थी. लेकिन इन्होंने 10 दिनों के अंदर सिम्स बिलासपुर में कार्यभार नहीं संभाला. जिसकी वजह से इनको डिमोट किया गया है.
- डॉक्टर जॉन मसीह- जॉन मसीह सह प्राध्यापक मेडिसीन विभाग का तबादला बलिराम कश्यप चिकित्सा कॉलेज जगदलपुर से गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज कांकेर में किया गया था. लेकिन इन्होंने भी जिम्मेदारी नहीं संभाली. जिस वजह से इनका प्रमोशन कैंसिल किया गया है.
- डॉक्टर धीरज सोलंकी- धीरज सोलंकी सह प्राध्यापक शिशु रोग का तबादला पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर से गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज महासमुंद किया गया था. लेकिन इन्होंने भी अपना नया पदभार ग्रहण नहीं किया. जिसकी वजह से इन्हें डिमोट किया गया.
- डॉक्टर वीरेंद्र कुर्रे- वीरेंद्र कुर्रे प्रोफेसर शिशु रोग पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर का तबादला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर किया गया था. लेकिन इन्होंने भी पदभार नहीं संभाला.
- डॉक्टर राजेश कुमार सिंह-राजेश कुमार सिंह सह प्राध्यापक रेडियो डायग्नोसिस विभाग का तबादला रायपुर मेडिकल कॉलेज से गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर किया गया था. ये भी अपनी नई जिम्मेदारी नहीं संभाल सके. इस वजह से डॉक्टर राजेश कुमार सिंह पर गाज गिरी है.
प्रमोशन आदेश को नहीं मानने के बाद छत्तीसगढ़ चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सभी पांचों डॉक्टरों पर कार्रवाई की है. इन्हें तत्काल प्रभाव से डिमोट कर दिया गया है.