रायपुरः राजधानी में मध्य भारत का सबसे बड़े पंडरी कपड़ा मार्केट (Pandri Textile Market) में कोरोना का असर साफ देखने को मिला है. लगभग 30 से 35 फीसदी ग्राहकों की कपड़े की दुकानों पर कोरोना संक्रमण की वजह से कमी आई है. त्योहारी सीजन (festive season) शुरू होने की वजह से कपड़ा व्यापारियों में उत्साह देखने को मिल रहा है लेकिन पंडरी कपड़ा मार्केट के समीप वाले बस स्टैंड (bus stand) को अब पंडरी से भाटा गांव में शिफ्ट किया जा रहा है, जिससे कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. कारोबारियों का कहना है कि बस स्टैंड के स्थानांतरण से 10 से 20 फीसदी कारोबार में कमी आ जाएगी. व्यापारी शासन से गुजारिश कर रहे हैं कि सामान को लाने और ले जाने के लिए पंडरी में बस सर्विस (bus service) दी जाए, ताकि उनका नुकसान कम हो.
कोरोना की वजह से हो चुका है बड़ा नुकसान
पंडरी कपड़ा मार्केट की बात की जाय तो यह मध्य भारत का सबसे बड़ा कपड़ा मार्केट (big cloth market) है. यहां से उड़ीसा झारखंड जैसे दूसरे राज्यों के लिए भी कपड़ा जाता है. सालाना 2 हजार करोड़ का व्यापार पंडरी कपड़ा मार्केट में होता है. कोरोना की वजह से 30 से 35 फीसदी का नुकसान कपड़ा कारोबारियों को सहना पड़ा है. हाल के त्योहारी सीजन में हालात कुछ सुधरती नजर आ रही थी और दुकानों पर ग्राहक आना शुरू ही हुए थे कि पंडरी बस स्टैंड शिफ्ट करने की कवायद शुरू कर दी गई. कारोबारियों का कहना है कि दूसरे जिले से ग्राहक पंडरी उतरकर कपड़ा मार्केट में आकर शॉपिंग (Shopping) करते थे, अब वह नहीं आ पाएंगे.
पिछले साल त्योहारी सीजन में नहीं हुई खरीदारी
थोक कपड़ा मार्केट संग अध्यक्ष चंदन वीघानी ने बताया कि पंडरी कपड़ा मार्केट मध्य भारत का सबसे बड़ा कपड़ा मार्केट है. पंडरी कपड़ा मार्केट छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. पूरे राज्य से लोग यहां पर कपड़ा खरीदने आते हैं. शासन को भी पंडरी कपड़ा मार्केट से काफी रेवेन्यू (revenue) मिलता है. कारोबार काफी अच्छा होता है. करीब-करीब 2000 करोड़ का कारोबारल (2000 crore business) यहां पर होता है लेकिन पहले कोरोना और अब बस स्टैंड शिफ्ट (bus stand shift) करने की कवायद से कारोबार को बड़ा झटका लगेगा.