वडोदरा:दिवाली परPM मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' (Vocal for Local ) को दिशा देने वड़ोदरा जिले में एक NGO काम कर रहा है. प्रमुख परिवार फाउंडेशन (Pramukh Parivar Foundation) नाम के इस NGO की मदद से 400 साल पुराने तरीके से मिट्टी के देसी पटाखे (Firecrackers with clay) बनाए जा रहे हैं. मिट्टी से बनाए जा रहे पटाखे पूरी तरह से इकोफ्रेंडली है. जो ना सिर्फ प्रदूषण को कम करेंगे. बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी देंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi )के 'वोकल फॉर लोकल' के आदर्श वाक्य ने NGO को इस सदियों पुरानी कला को फिर से जीवंत करने के लिए प्रेरित किया. इससे ना केवल लुप्त होती कला को पुनर्जीवित किया जा सकेगा बल्कि आज की युवा पीढ़ी के लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा. मिट्टी से बने इन पटाखों को 'कोठी' के नाम से जाना जाता है. पिछले दो दशक से ये पटाखे बनने बंद हो गए थे. लेकिन एक बार फिर मिट्टी के इन पटाखों को इस दिवाली, बाजार में उतारा गया है. वडोदरा जिले के फतेहपुर के कुम्हारवाड़ा में कुछ शिल्पकार मिट्टी का उपयोग करके पटाखे बनाने में माहिर हैं. प्रमुख परिवार फाउंडेशन की तरफ से ऐसे शिल्पकारों से संपर्क कर उन्हें इस तरह के मिट्टी के पटाखे बनाने के लिए प्रेरित किया गया. जिससे ना सिर्फ 400 साल पुरानी कला को पुनर्जीवित किया गया बल्कि रोजगार के नए अवसर भी दे रहे हैं.