छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / city

गैस रिसाव कांड: पेपर मिल सील, 7 बीमार, रायपुर में 3 पीड़ितों का इलाज

रायगढ़ के पुसौर क्षेत्र के पेपर मिल में गैस का रिसाव हुआ है. हादसे में 7 लोग बीमार हो गए हैं. 3 लोगों की हालत गंभीर है. गंभीर रूप से बीमार लोगों को रायपुर रेफर कर दिया गया है. रायगढ़ कलेक्टर के आदेश के बाद तहसीलदार ने मिल को सील कर दिया है. मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया जा रहा है.

gas leakage in paper mill in raigarh
पेपर मिल में गैस रिसाव

By

Published : May 7, 2020, 3:30 PM IST

Updated : May 7, 2020, 9:22 PM IST

रायगढ़: जिले के पुसौर क्षेत्र के तेतला स्थित पेपर मिल में गैस रिसाव हुआ है. गैस रिसाव की वजह से 7 लोग बीमार हो गए हैं. इनमें से 3 लोगों हालत गंभीर है. सभी को संजीवनी नर्सिंग होम रायगढ़ में भर्ती कराया गया था. हालत नाजुक होने की वजह से तीन लोगों को रायपुर रेफर कर दिया गया है. पेपर मिल संचालक पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. डॉक्टर ने क्लोरीन गैस के रिसाव की आशंका जताई है. रायगढ़ कलेक्टर के आदेश के बाद तहसीलदार ने मिल को सील कर दिया है. मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया जा रहा है. मिल के संचालक और ऑपरेटर के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है.

गैस रिसाव से 7 लोग बीमार

भारत में गैस रिसाव की प्रमुख घटनाओं पर एक नजर

घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर यशवंत कुमार सिंह, एसपी सन्तोष कुमार सिंह, एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा सीएमएचओ एस एन केशरी सहित जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पेपर मिल संचालक पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. संचालक पर हादसे की जानकारी छुपाने के आरोप में अपराध दर्ज कर लिया गया है.

एसपी रायगढ़

घायल मजदूरों ने ETV भारत से सुनाई आपबीती

हादसे में घायल मजदूर ने ETV भारत से बताया कि, मिल में नोटबुक बनाई जाती है. पिछले कुछ दिनों से प्लांट बंद था और वे उसकी सफाई करने के लिए गए थे. इस दौरान सभी एक-एक कर गढ्ढे में गिर पड़े. मजदूरों ने बताया कि होश आने पर वो अस्पताल में थे. बता दें कि ये मिल दीपक गुप्ता नाम के व्यक्ति की है.

हालत बिगड़ने पर हुआ खुलासा

पेपर मिल में हुए हादसे को लेकर पर्यावरणविद् राजेश त्रिपाठी का आरोप है कि रायगढ़ जिला उद्योग विभाग और पेपर मिल संचालक की लापरवाही से हादसा हुआ है. उद्योग संचालक मामले को दबाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन मामला उजागर हो गया. राजेश त्रिपाठी का कहना है कि गैस रिसाव होने के कारण घायल हुए 7 लोगों को रायगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन मरीजों की हालत बिगड़ने लगी, तो उन्हें रायपुर रेफर करने की बात आई. जिसके 24 घंटे के बाद लोगों को गैस रिसाव कांड का पता चला. उन्होंने उद्योग विभाग और स्थानीय प्रशासन पर मिल संचालक दीपक गुप्ता के साथ साठगांठ करके मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.

Last Updated : May 7, 2020, 9:22 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details