कोरबा : गुरु का हमारे जीवन में अमूल्य योगदान रहता है, लेकिन वहीं गुरु जब अपने निजी स्वार्थ के लिए बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने लग जाए, तो फिर वे गुरु कहलाने का दर्जा खो देते हैं. ऐसा ही एक मामला बिंझरा में सामने आया है, जब शिक्षक ने खुद की गाड़ी को सही कराने के लिए स्कूली छात्रों को ही गैरज भेज दिया.
पढ़ने आए छात्र को गुरुजी ने भेजा गाड़ी बनवाने, सड़क दुर्घटना में हुए घायल
बिंझरा के हाई स्कूल के शिक्षक रामचन्द्र वैष्णव ने अपनी स्कूटी का पंचर को ठीक कराने के लिए आठवीं कक्षा के छात्र को गैरज भेज दिया. पंचर बनवाने के बाद वापसी में तेज रफ्तार के कारण तीन छात्र दुर्घटनाग्रस्त हो गए
दरअसल, जिले के पोंडी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम बिंझरा के हाई स्कूल के शिक्षक रामचन्द्र वैष्णव ने अपनी स्कूटी का पंचर को ठीक कराने के लिए आठवीं कक्षा के छात्र को गैरज भेज दिया. पंचर बनवाने के बाद वापसी में तेज रफ्तार के कारण तीन छात्र दुर्घटनाग्रस्त हो गए. छात्रों को सड़क दुर्घटना में गंभीर चोटें आई हैं. आस-पास के लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में छात्रों को भर्ती कराया.
मीडिया ने जब बच्चे से पूछा तो उसने बताया कि सर गाड़ी का पंचर बनवाने के लिए भेजे थे. साथ में दो अन्य साथियों को भी चोटे आई हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. बातचीत में वैष्णव गुरुजी ने अपना बीच बचाव करते हुए यह कहा कि उन्होंने छात्र को हवा भरने के लिए पंप लाने के लिए भेजा था, लेकिन वे गाड़ी लेकर कैसे गए, उन्हें नहीं पता है.