कवर्धाःएक तरफ प्रदेश में राजनीतिक गहमागहमी चल रही है तो दूसरी तरफ इसी राजनीतिक हलचल के बीच पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम का दौरा कवर्धा के पंडरिया ब्लॉक में हुआ. वह ब्लॉक अंतर्गत सुदूर वनांचल क्षेत्र पोलमी पहुंचे. ग्राम पोलमी में स्वर्गीय राजीव गांधी जयंती समारोह के अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ दिग्गज नेताओं ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में पंडरिया विधायक नहीं दिखे.
पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम पहुंचे कवर्धा स्व. राजीव गांधी जयंती समारोह के अवसर पर पंडरिया के वनांचल क्षेत्र में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ-साथ कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी, कार्यकर्ता मौजूद रहे. कर्यक्रम में 80 बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली.
बघेल सरकार की उपलब्धियों को गिनाया
स्व. राजीव गांधी के जीवन शैली पर प्रकाश डालते हुए अपने सरकार की उपलब्धियों को मरकाम ने गिनाया. तेंदूपत्ता, धान, वनों सहित लोगों को मिलने वाली सरकारी लाभों को दोहराया. गरीब परिवार को 6 हजार रुपये दिए जाने की बात कही. पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि लोगों को ठगा गया है. राष्ट्र की अस्मिता पर खतरा है. कर्यक्रम के समाप्ति के बाद 200 बैगा आदिवासी परिवारों को सूखा राशन वितरण किया गया.
मैं प्रदेश कांग्रेस संगठन का मुखिया-मरकाम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि, मैं संगठन का मुखिया हूं. मुखिया की जो भूमिका होती है वो पालक की होती है. पालक सभी के लिए समान होता है. दिल्ली बुलावे की बात पर कहा कि दिल्ली से अगर बुलावा आयेगा तो मैं जरूर जाऊंगा. अभी मुझे किसी का बुलावा नहीं आया है. मेरा कार्यक्रम पहले से तय था. यहां आना जरूरी था. पुनिया साहब ने ट्वीट करके कहा है कि आलाकमान ने किसी विधायक को नहीं बुलाया है. हमारे विधायक हाई कमान से मिलना चाहते हैं तो स्वतंत्र हैं. किसी को नहीं बुलाया गया है. हमारे नेता राहुल, सोनिया से दो साल से नहीं मिले हैं. हो सकता है उन (विधायकों ने) समय लिया होगा. ढाई-ढाई का फॉर्मूला हमें मीडिया की उपज लगता है. मीडिया में ये बातें आईं तो मुझे पता चला है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस संकट पर विपक्ष ने कसा तंज
हाईकमान के हाथों फैसला लेने का पावर
कल टीएस सिंहदेव और मुख्यमंत्री ने ये कहा है कि, किसी को मुख्यमंत्री बनना न बनाना, हाईकमान के उपर निर्भर करता है. भूपेश को 2018 में मुख्यमंत्री बना दिया है. आगे क्या करना है, यह हाईकमान तय करेंगे. मेरे अपील से पहले विधायक जा चुके थे. पहले से कुछ का टिकट कंफर्म थ. जाना कोई बुराई है क्या? रेणु जोगी के सोनिया गांधी से मुलाकात और जोगी कांग्रेस के पार्टी में विलय के सवाल पर कहा कि यह निर्णय लेने का अधिकार हाईकमान के पास है. अगर कोई प्रस्ताव हाईकमान से आएगा या विधायकों से कोई प्रस्ताव आयेगा तो हाईकमान के पास प्रस्ताव भेजेंगे. गुण-दोष के आधार पर निर्णय हाईकमान लेगा.