जगदलपुर : नगरनार थाना क्षेत्र के माचकोट और तिरिया जंगल में हुई पुलिस-नक्सल मुठभेड़ के 10 दिन बीत जाने के बाद भी मारे गए 6 नक्सलियों में से तीन की पहचान अब तक नहीं हो पाई है. डिमरपाल अस्पताल के मरचूरी में रखी इन लाशों को पुलिस अब कफन-दफन करने की तैयारी कर रही है.
10 दिन बाद भी नहीं हुई मारे गए नक्सलियों की पहचान - naxal encounter
सीएसपी के मुताबिक तीनों नक्सलियों की शिनाख्त करने के लिए बस्तर संभाग के सभी पुलिस अधिकारियों समेत पड़ोसी राज्य तेंलगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा राज्य की पुलिस को इनकी फोटो भेज दी गई है.
जगदलपुर सीएसपी ने बताया कि, 'बीती 27 जुलाई को तिरिया के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें पुलिस ने 7 नक्सलियों को मार गिराया था. हांलाकि मारे गए इन नक्सलियों में एक दरभा क्षेत्र का ग्रामीण निकला, जो क्रॉस फांयरिग की जद में आ गया था. वहीं अन्य 6 नक्सलियों में से तीन की पहचान, विशाखापटनम क्षेत्र में सक्रिय शांति, सीता और सोमलु के रूप में की गई है. वहीं अन्य तीन शवों की शिनाख्त अब तक नहीं हो पाई है.
सीएसपी के मुताबिक तीनों नक्सलियों की शिनाख्त करने के लिए बस्तर संभाग के सभी पुलिस अधिकारियों समेत पड़ोसी राज्य तेंलगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा राज्य की पुलिस को इनकी शिनाख्ती के लिए फोटो भेजा गया है, लेकिन अब तक इन नक्सलियों की पहचान नहीं हो पाई है'. सीएसपी ने कहा कि, 'डीमरापाल के मरचुरी में रखे इन 5 नक्सलियों के शव अगर परिजन जल्द लेने नहीं आते तो पुलिस नगर निगम की मदद से इन शवों का कफन-दफन कर देगी'.