दुर्ग/भिलाईः जिले के नेहरू नगर स्थित चंदूलाल चंद्राकर नर्सिंग कॉलेज में पेपर लीक किए जाने के मामले में पुलिस को पता चला कि फर्जीवाड़े में कॉलेज का ही पूर्व-छात्र व प्यून शामिल हैं. कॉलेज के ही कर्मचारी मनोज साहू की मदद से प्रश्न पत्र के पैकेटों को खोल कर मोबाइल वाट्सएप के जरिये लीक किया था. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.
भिलाई नेहरू नगर के चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज में bsc नर्सिंग, Msc नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग कोर्स की पढ़ाई होती है. नर्सिंग का सत्र 2020-21 की परीक्षा 16 अगस्त से 2 सितंबर तक होनी थी. कॉलेज में बीएससी नर्सिग की प्रथम एवं द्वितीय वर्ष का परीक्षा 16 अगस्त और 17 अगस्त को हो गई थी. जिसके बाद परीक्षा के पेपर लीक होने की खबर फैली. आयुष विश्विद्यालय रायपुर द्वारा इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनायी गयी. सभी कॉलेजों से बचे हुए पेपर की जांच करने कमेटी के मेंबर भिलाई पहुंचे और पेपर के प्रश्नपत्र अपने साथ ले गये.
कमेटी ने जांच में सीएम नर्सिंग इंस्टीट्यूट नेहरू नगर भिलाई के प्रश्नपत्र के पैकेट में खामियां पायी और 26 अगस्त को यूनिवर्सिटी द्वारा नियुक्त किए ऑब्जर्वर और प्राचार्यों को आयुष एण्ड हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी रायपुर द्वारा जांच कमेटी के समक्ष बुलाया गया. कॉलेज प्रश्न पत्र में हमें खामियों की जानकारी दी गई. जिसमें यह पाया गया कि कॉलेज में रखा बीएससी नर्सिंग प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के पेपर लीक हुए हैं. नर्सिंग कालेज की प्राचार्य आशुलता मिश्रा के द्वारा थाना सुपेला में इसकी रिपोर्ट दर्ज करायी गयी. जो छत्तीसगढ़ सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम 2008 धारा 10 के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था.