बिलासपुरः शहर में बेतरतीब ट्रैफिक व्यवस्था (traffic system) को सुधारने और शहर की सुंदरता को बनाए रखने की दिशा में नगर निगम इन दिनों सड़क किनारे ठेला-खोमचा संचालकों के खिलाफ मानो मोर्चा खोले हुए है. आरोप है कि फुटपाथी दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है. उनका सामान जब्त (goods confiscated) किया जा रहा है.
बिलासपुर में अतिक्रमण के खिलाफ निगम की कार्रवाई बिलासपुर स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त है. यहां स्मार्ट सिटी के तहत शहर के सौंदर्यीकरण का काम (city beautification work) किया जा रहा है. शहर को खूबसूरत बनाने करोड़ों रुपए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट (smart city project) की ओर से खर्च किया जा रहा है. एक तरफ करोड़ों रुपए खर्च कर शहर को नगर निगम खूबसूरत के साथ ही स्मार्ट बना रहा है तो दूसरी तरफ ठेले-खोमचे वाले शहर की सड़कों पर व्यवसाय कर रहे हैं.
भाठागांव बस टर्मिनल पर फुटपाथी दुकानदारों ने किया चक्का जाम, निगम के खिलाफ मोर्चा
सड़क किनारे के बेतरतीब दुकानों की हो रही है जब्ती
नगर निगम इन ठेले-खोमचे पर व्यवसाय करने वालों के खिलाफ जब्ती कार्रवाई कर रहा है. इन दुकानदारों का आरोप है कि निगम के इस कार्रवाई में भेदभाव किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिनका रसूख है, उन दुकानदारों को छेड़ने तक की जहमत नहीं उठाई जा रही. जबकि गरीबों को अतिक्रमण के नाम पर आजीविका से महरूम किया जा रहा है.
निगम अध्यक्ष ने कहा-नहीं होगा भेदभाव
गुरुवार को निगम के अतिक्रमण हटाओ अभियान के बीच ही निगम अध्यक्ष भी पहुंच गए. उन्होंने कहा कि वे इन व्यवसायियों को नहीं हटवा रहे हैं बल्कि उन्हें समझाइश दे रहे हैं कि वे ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करें. उन्होंने ईटीवी भारत के द्वारा भेदभाव पर किए गए सवाल के जवाब देते हुए कहा कि इस कार्रवाई में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने किसी भी दोहरे बर्ताव से सीधा इंकार किया.