मुंगेली : ईटीवी भारत ने लोरमी टाइगर रिजर्व के अंदर बसे गांव घमेरी की कहानी दिखाई (Health team reached ATR Vangram Ghameri) थी. जहां आजादी के 75 वर्ष बाद भी बैगा जनजाति के लोगों को अभावों के बीच जीवन जीनें को विवश होना पड़ रहा है. उनके गांव तक पहुंचनें के लिए नदी पर एक पुल तक नही है. इलाज के लिए जान जोखिम में डालकर आज भी जाना पड़ रहा है. खबर दिखाए जाने के बाद जिले के कलेक्टर राहुव देव ने पूरे मामले को संज्ञान में लिया . गांव में ना सिर्फ प्रशासनिक अफसरों को बल्कि हेल्थ विभाग के पूरे स्टाफ को भेजकर बैगा आदिवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण (Vangram Ghaneri of lormi in mungeli ) कराया.
ये था पूरा मामला :गौरतलब है कि बीते बीते 17 सिंतबर को लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर जोन में बसे वनग्राम घमेरी में रहने वाली 36 वर्षीय महिला भानमति बैगा को सांप ने काट लिया था. सर्पदंश से पीड़ित महिला को इलाज के लिए परिवार वाले बम्हनी स्थित जनसहयोग से संचालित अस्पताल ले जाने के लिए निकले. इस दौरान उनके गांव से कुछ दूरी पर स्थित गांव निवासखार से बम्हनी के बीच में मनियारी नदी प्रवाहित है. नदी में बाढ़ के कारण इससे निकलना मुश्किल होता है. नदी में पुल नहीं होने के कारण गांववालों को उफनती नदी में मरीज को लेकर जाना पड़ा. इस दौरान पीड़ित मरीज के रिश्तेदार ने इस बदहाली का वीडियो बना लिया. जिससे जुड़ी खबर को ईटीवी भारत नें प्रमुखता से प्रसारित किया था.