बिलासपुर: शहर में सड़कों की खराब स्थिति (Hearing on dilapidated road in bilaspur) और डायरिया से हो रही मौतों (death due to diarrhea in bilaspu) का मामला छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट (Chhattisgarh High Court) तक पहुंच गया है. खराब सड़कों को लेकर दायर जनहित याचिका में अब शहर में फैले डायरिया का भी जिक्र आ गया है. न्याय मित्रों ने भी सड़कों की खराब स्थिति को लेकर कोर्ट में अंदेशा जताया था कि शहर में डायरिया फैल सकता है. न्यायमित्रों ने सार्वजनिक नलों की खराब स्थिति को लेकर बीमारी फैलने का अंदेशा जताया था. कोर्ट में न्याय मित्रों ने मंगलवार को बताया कि शहर में डायरिया फैल गया है.
जनहित याचिका पर कोर्ट ने की सुनवाई
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने हिमांक सलूजा (Himank Saluja PIL) की तरफ से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की. कोर्ट में न्यायमित्रों ने अपनी पिछली रिपोर्ट का जिक्र किया. जिसमें तालापारा, कुम्हारपारा में ड्रैनेज खराब होने से डायरिया की बीमारी फैलने की बात लिखित में दी गई. न्यायमित्रों ने कहा कि डायरिया की इस वजह पर नगर निगम ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. यही वजह है कि शहर में डायरिया बेकाबू हो चुका है और विकराल रूप धारण कर चुका है. अब तक बिलासपुर में डायरिया से 7 लोगों की मौत (7 people died due to diarrhea in Bilaspur) हो गई है. जबकि 279 लोग अब भी इस बीमारी की गिरफ्त में है.
न्यायमित्रों ने कोर्ट को दी जानकारी
डायरिया के बेकाबू हालात और सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर न्यायमित्रों ने कोर्ट को बताया कि यह सारी बातें अदालत के संज्ञान में लाई गई (High court brought cognizance on diarrhea) है. तिफरा ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 20 फरवरी तक पूरा करने की बात हाईकोर्ट को बताई गई. अब पूरे केस की सुनवाई 24 जनवरी 2021 को होगी.