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छत्तीसगढ़ में अब हल से महल की लड़ाई लड़ेगी बीजेपी : गौरी शंकर श्रीवास

बीजेपी प्रवक्ता और भाजपा किसान मोर्चा के सरगुजा संभाग प्रभारी गौरी शंकर श्रीवास अंबिकापुर पहुंचे हुए थे. उन्होंने संगठन की बैठक ली और किसानों के लिए बड़ी लड़ाई लड़ने की बात कही.

Gauri Shankar Shrivas said that BJP will fight for farmers in surguja
गौरी शंकर श्रीवास

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Published : Jul 23, 2021, 10:08 PM IST

Updated : Jul 23, 2021, 10:40 PM IST

सरगुजा :भाजपा के प्रवक्ता और भाजपा किसान मोर्चा के सरगुजा संभाग प्रभारी गौरी शंकर श्रीवास सरगुजा पहुंचे. यहां उन्होंने संगठन की बैठक ली और बैठक के बाद ETV भारत से बातचीत में उन्होंने बघेल सरकार पर एक के बाद एक कई हमले किए. उन्होंने कहा कि, बघेल सरकार के ढाई साल बीत चुके हैं. अपने कार्यकाल में सरकार किसान विरोधी कार्य कर रही है. जिसके विरोध में अब भाजपा पूरे प्रदेश में बड़े आंदोलन की योजना बना रही है. श्रीवास ने आरोप लगाया कि प्रदेश के किसानों को खाद की आपूर्ति ना करके सरकार बिचौलियों को खाद दे रही है. समर्थन मूल्य पर किसानों को छला जा रहा है. ऐसे तमाम मामलों पर आगामी विधानसभा सत्र में भाजपा स्थगन प्रस्ताव लाएगी और यह लड़ाई सिर्फ सदन में ही नहीं बल्कि सड़क पर भी दिखाई देगी. मतलब भाजपा बड़े आंदोलन के मूड में है.

गौरी शंकर श्रीवास से खास बातचीत

उन्होंने सवालों का जवाब देते हुये कहा कि, ऐसा कोई सगा नहीं जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं, इस तरह के आरोपों के साथ श्रीवास ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को किसान विरोधी बताया है. धान के अलावा अन्य फसलों के प्रति किसानों को प्रोत्साहित किये जाने के मामले पर उन्होंने सरकार को घेरा है. गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि बघेल सरकार समर्थन मूल्य देने में असफल है. जिस वजह से धान का रकबा कम करने की कवायद की जा रही है. भाजपा किसानों के साथ है और सरकार के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई की कार्ययोजना बन चुकी है, जल्द ही भाजपा पूरी ताकत से सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करती दिखाई देगी.

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श्रीवास ने कहा कि, खाद की कमी प्रायोजित ढंग से दिखाई जा रही है और केंद्र सरकार को बदनाम किया जा रहा है, केंद्र सरकार ने किसानों के हक का पूरा खाद दे दिया है, टी एस सिंहदेव ने जो रविंद्र चौबे को पत्र लिखा था उस सारे मामले का पटाक्षेप हो चुका है. निजी विक्रेताओं को 250 टन खाद की आपूर्ति की जानी थी उनको 4600 टन की आपूर्ति की गई है और सहकारी समितियों को 8700 टन की आपूर्ति की जानी थी. उसे महज 3600 टन खाद की आपूर्ति की गई है. जिससे निजी व्यापारियों को लाभ पहुंचाने की चेष्टा की गई है. अब किसानों को खुले बाजार पर छोड़ दिया गया है.

Last Updated : Jul 23, 2021, 10:40 PM IST

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