बलौदाबाजार : गांवों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए राज्य के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की ओर से पुरस्कार दिए जाएंगे. इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉक्टर फरिहा आलम सिद्की ने बताया कि इन पुरस्कारों के लिए चयनित ग्राम पंचायतों और प्रतिभागियों को गांधी जयंती पर को पुरस्कृत किया जाएगा. पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्य स्वच्छता पुरस्कार-2020 के तहत 15 श्रेणियों में दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की है. खुले में शौचमुक्त हो चुके गांवों में इसका स्थायित्व बरकरार रखने, समुदाय की सहभागिता और लोगों में साफ-सफाई की अच्छी आदतों को प्रेरित करने के लिए ये पुरस्कार दिए जा रहे हैं. स्वच्छता को बढ़ावा देने अलग-अलग स्तरों पर अलग-अलग तरह के बेहतर काम करने वाले विभिन्न वर्गों को पुरस्कृत किया जाएगा.
स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रतियोगिता जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि प्रतिभागियों के बीच इन पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्धा से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की आदतों और व्यवहार में लंबे समय के लिए बदलाव लाने में मदद मिलेगी. ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन साथ ही महिलाओं और किशोरियों में माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने में भी इससे सहायता मिलेगी. उन्होंने बताया कि मिशन द्वारा इस प्रोत्साहन से ग्रामीणों में स्वच्छता की उत्कृष्ट स्थिति प्राप्त करने और उसे लगातार बनाए रखने की भावना पैदा होगी. चयनित विजेताओं को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर को पुरस्कार दिया जाएगा.
राज्य के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत पुरस्कार वितरण
- राज्य स्वच्छता पुरस्कार-2020 के तहत स्वच्छ सुंदर शौचालय पुरस्कार के प्रत्येक विजेता हितग्राही को 5001 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा. इसके लिए जिला स्तर पर दस-दस हितग्राहियों का चयन किया जाएगा. ’स्वच्छ सुंदर सामुदायिक शौचालय पुरस्कार’ जिला और राज्य स्तर पर दिए जाएंगे. जिला स्तर के विजेता ग्राम पंचायत को 21 हजार रुपये और राज्य स्तरीय विजेता पंचायत को एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी.
- राज्य स्तर पर उत्कृष्ट सेग्रिगेशन शेड के लिए चयनित ग्राम पंचायत को एक लाख रुपये दिए जाएंगे.
- माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के लिए दो श्रेणियों में विजेताओं का चयन किया जाएगा. जिला स्तर की विजेता पंचायत को 21 हजार रुपयेऔर राज्य स्तरीय विजेता को 51 हजार रुपये के पुरस्कार से नवाजा जाएगा.
- विद्यार्थियों में भी स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने स्कूलों के माध्यम से उत्कृष्ट निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी. जिला स्तर पर पूर्व माध्यमिक और हाईस्कूल दो अलग-अलग वर्गों में आयोजित इस प्रतियोगिता के दोनों वर्गों के विजेताओं को 21 हजार रुपये, 11 हजार रुपये और पांच हजार रुपये के प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया जाएंगे.
- जिला स्तर पर आयोजित उत्कृष्ट नारा लेखन प्रतियोगिता के तीन विजेताओं को 21 हजार रूपए, 11 हजार रुपये और पांच हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी.
- ’दीवार लेखन प्रतियोगिता’ के तहत जिला स्तर पर स्वच्छाग्राही या स्वसहायता समूह के प्रतिभागियों की ओर से टॉप टेन राइटर्स को पांच-पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा.
- प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायतों को जिला स्तरीय विजेता होने पर 21 हजार रुपये और राज्य स्तरीय विजेता होने पर एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा.
- स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत काम कर रहे स्वसहायता समूहों में से उत्कृष्ट स्वच्छाग्रही समूह पुरस्कार के जिला स्तरीय विजेता को 21 हजार रुपये और राज्य स्तरीय विजेता को 51 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी.
- राज्य स्तर पर उत्कृष्ट बायोगैस संयंत्र पुरस्कार की विजेता ग्राम पंचायत को 51 हजार रुपये दिए जाएंगे.
- SECL की सहायता से संचालित दिव्यांगों के लिए सामुदायिक शौचालय निर्माण की पायलट परियोजना के अंतर्गत तीन सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायतों को क्रमशः ढाई लाख रुपए, डेढ़ लाख रुपये और एक लाख रुपये के पुरस्कार से नवाजा जाएगा.
- सामुदायिक शौचालय के उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजाइन प्रतियोगिता के तहत तीन वर्गों में पुरस्कार दिए जाएंगे. राज्य स्तरीय इस प्रतियोगिता में साढ़े तीन लाख रुपये, साढ़े चार लाख रुपये और साढ़े पांच लाख रुपये की लागत के सामुदायिक शौचालय का उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजाइन प्रस्तुत करने वाले एक-एक आर्किटेक्ट या इंजीनियर को 51 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
- सेग्रिगेशन शेड का उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजाइन बनाने वाले तीन विजेताओं को राज्य स्तर पर 21 हजार रुपये, 11 हजार रुपये और पांच हजार रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे.
- गांव को स्वच्छ बनाने के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्ययोजना (बेस्ट वर्किंग प्लान) सुझाने वाले तीन व्यक्तियों को 21 हजार रुपये,11 हजार रुपये और पांच हजार रुपये के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे.
- ग्रामीण स्वच्छता के संबंध में सर्वश्रेष्ठ नवाचार का सुझाव देने वाले तीन प्रतिभागियों को 21 हजार रुपये,11 हजार रुपये और पांच हजार रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे.
- इन प्रतिस्पर्धात्मक पुरस्कारों के साथ ही प्रदेश के एक जिले को एक करोड़ रुपये का स्वच्छता स्थायित्व पुरस्कार, तीन विकासखंडों को 50-50 लाख रुपये और पांच ग्राम पंचायतों को 20-20 लाख रुपये के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे.
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इन पुरस्कारों के लिए आवेदन 30 जुलाई से लेना शुरू किया गया है और लास्ट डेट 15 अगस्त रखी गई है. आवेदन निर्धारित प्रारूप में फोटो के साथ संबंधित जनपद पंचायत के माध्यम से भेजी जा सकता हैं.सामुदायिक शौचालय के उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजायन प्रतियोगिता, सेग्रिगेशन शेड के उत्कृष्ट ड्राइंग-डिजाइन प्रतियोगिता, गांव को स्वच्छ रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्ययोजना (बेस्ट वर्किंग प्लान) और ग्रामीण स्वच्छता के संबंध में सर्वश्रेष्ठ नवाचार के सुझाव के लिए प्रविष्टि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के राज्य कार्यालय को भेजना होगा. अलग-अलग पुरस्कारों के लिए प्राप्त प्रविष्टियों के अंतर्विकासखंड दल, अंतर्जिला दल और राज्य स्तरीय दल या एजेंसी की ओर से भौतिक सत्यापन के बाद विकासखंड स्तरीय, जिला स्तरीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार चयन समिति द्वारा विजेताओं का चयन किया जाएगा. इस संबंध में विस्तृत जानकारी जिले के वेबसाइट www. Balodabazar.gov.in पर उपलब्ध हैं.