बलौदाबाजार: प्राइवेट बस ऑपरेटर्स द्वारा नियमों को ताक में रखकर बसों का संचालन किया जा रहा है. बलौदाबजार से चलने वाली सभी रुट की बसों में सीट से ज्यादा सवारी बैठाकर गाड़ियां चलाई जा रही है, लेकिन नियमों की अनदेखी करने वालों पर RTO द्वारा भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है.
प्राइवेट बस ऑपरेटर्स वसूल रहे डबल किराया दरअसल, बसों में आए दिन जरूरत से ज्यादा सवारियों को भरकर लाया ले जाया जा रहा है. जिन यात्रियों के बैठने की जगह नहीं रहती है वे खड़े होकर सफर कर रहे हैं. इससे अन्य यात्रियों को भी तकलीफ हो रही है. इसके आलावा किराए में भी मनमानी की जा रही है.
किराए में मनमानी
छात्रों के मुताबिक बलौदाबाजार से सकरी जाने का किराया 5 रुपए है, लेकिन प्राइवेट बसों द्वारा किराया 10 रुपए वसूला जा रहा है. जब छात्रों ने मनमाने किराया वसूलने का विरोध किया तो उनके साथ बस वाले बदसलूकी करने लगे. साथ ही छात्रों को धमकाने भी लगे. ये समस्या सिर्फ छात्रों के साथ ही नहीं बल्कि आम यात्रियों के साथ भी है उनसे भी मनमाना किराया वसूला जा रहा है.
सिटी बस की सुविधा भी बंद
वहीं यात्रियों का आरोप है कि पूर्व में एक सिटी बस का संचालन किया जा रहा था, जिसमें भाड़ा भी कम लिया जाता था, लेकिन प्राइवेट बसों से विवाद के बाद सिटी बस की सुविधा भी बंद कर दी गई है. इससे यात्रियों को जो सिटी बस की सुविधा मिलती थी वह भी नहीं मिल रही है. वहीं प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
'छात्रों के आने-जाने के कारण समस्या'
मनमाने पैसे वसूलने पर जिला परिवहन अधिकारी एस.एल. लकड़ा का कहना है कि समय-समय पर गाड़ियों की जांच की जाती है. वहीं ओवर लोडिंग वाहनों पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई भी की जाती है. वहीं परमिट से अधिक सवारी ले जाने की बात पर उनका कहना है कि हम लोग भी बस संचालकों को समझाइश देते हैं सीट की क्षमता के अनुसार ही सवारी बैठाए. कभी-कभी छात्रों के आने-जाने के कारण भी उन्हें यात्रियों को खड़े होकर लाना पड़ता है.