रायपुर: राजधानी में कोरोना के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना जांच के लिए सैंपल देने वाले लोगों को जांच रिपोर्ट के आने तक होम आइसोलेट रहने को कहा है. विभाग ने जांच के लिए सैंपल देने वाले प्राइमरी कॉन्टैक्ट और कोरोना के संदिग्ध मरीजों से आइसोलेशन और अन्य सावधानियां बरतने की अपील की है. विभाग ने कहा है कि कोरोना के संभावित मरीज जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही आवश्यकतानुसार अगला कदम उठाएं.
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि उनमें कोरोना के किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर वे तत्काल नजदीकी जांच सेंटर में जाकर खुद की जांच कराएं. विभाग का कहना है कि संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर घबराने या छिपाने की जरूरत नहीं है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि शुरुआत में ही कोविड-19 की पहचान और इलाज शुरू होने से जल्द संक्रमण को खत्म किया जा सकता है. विभाग ने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित व्यायाम, योग और प्राणायाम के साथ काढ़ा का सेवन करने की सलाह भी दी है.
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की पुष्टि के लिए जांच सैंपल देते समय अपना पूरा पता और मोबाइल नंबर सही-सही दर्ज करवाने की भी अपील की है. साथ ही मोबाइल फोन को पूरे समय ऑन रखने को कहा है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि लोगों द्वारा विभाग को गलत मोबाइल नंबर या आधा-अधूरा पता दे दिया जाता है, जिसके कारण रिपोर्ट पॉजिटिव आने की स्थिति में मरीजों तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. विभाग ने बताया कि कई लोगों द्वारा मोबाइल बंद रखने से उन्हें एसएमएस के माध्यम से भी रिपोर्ट नहीं मिल पाती है, साथ ही होम आइसोलेशन, इलाज या अस्पताल में भर्ती करने के संबंध में विभाग की ओर से मरीजों को दिए जाने वाले आवश्यक दिशा-निर्देश भी उन तक नहीं पहुंच पाते हैं.
छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की स्थिति रोजाना भयावह होती जा रही है. कोरोना के एक्टिव केस के मामले में छत्तीसगढ़ ने देश के 25 राज्यों को पीछे छोड़ दिया है. मृत्यु दर की बात करें तो छत्तीसगढ़ देश के 15 राज्यों में आगे है. संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है कि अस्पतालों में अब मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी हो गई है. प्रदेश में महामारी की स्थिति डराने वाली है.