कोरिया:गांवों की तस्वीर बदलने के लिए चमचमाती पक्की सड़कों का होना जरूरी होता है, लेकिन जनकपुर विकासखंड में कई ऐसे गांव हैं, जिन्हें विकास के नाम पर सिर्फ गड्ढे और कीचड़ मिले हैं. यहां सड़क की हालत इतनी जर्जर है कि उस पर पैदल चलना भी मुश्किल है, जबकि सरकार गांवों और शहरों में चमचमाती पक्की सड़क बनाने का दावा करती है, लेकिन यहां सब बातें उल्टी साबित हो रही हैं. यहां समतल सड़कों का सपना कोसों दूर है.
लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के कारण कई सालों से मरम्मत की बाट जोह रहे जनकपुर बस्ती की लगभग सभी सड़कें बदहाल हो गई हैं. मुख्य मार्ग की सड़क पर टीवीएस शो रूम के सामने से पुलिस थाना और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से पशु चिकित्सालय तक की हालत बद से बदतर हो गई है. इसी तरह पुराने बस स्टैंड से हनुमान मंदिर तक की सड़कों की दुर्दशा देखने लायक है. यह सड़क शुरुआत से अंत तक पूरी तरह से खस्ताहाल हो गई है. इस सड़क के गड्ढे अब डबरी का रूप ले चुके हैं. जनकपुर बस्ती के मुख्य मार्ग, बाईपास मार्ग के साथ ही मुहल्ले के अंदरूनी सड़कों की स्थिति भी बहुत चिंताजनक है. जिसकी वजह से लोग गड्ढे और कीचड़ से भरी सड़कों पर चलने को मजबूर हैं.
सड़कों की बदहाल स्थिति से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि वे कई सालों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार से लेकर जनप्रतिनिधियों में से किसी ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया. ग्रामीणों का कहना है कि गड्ढे और कीचड़ से भरी सड़कों के कारण उन्हें आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.