पटना स्थित शमशान भूमि पर बने सिद्धेश्वरी काली मंदिर का इतिहास पुराना है. तकरीबन ढाई सौ साल पहले इस मंदिर की स्थापना हुई थी. पहले यहां मुर्दे जलाए जाते थे. यहां पर हमेशा अघोरियों का मेला लगा करता था. आज भी नवरात्रि के अष्टमी और नवमी के दिन कई अघोरी अपनी सिद्धि के लिए यहां पर आते हैं. नवरात्र के दिनों में तमाम अघोरी यहां तंत्र-मंत्र की साधना करते हैं. देखें रिपोर्ट: