समस्तीपुर:मनरेगा के तहत काम नहीं मिलने से नाराज चकथात गांव के सैकड़ों मजदूरों ने काम उपलब्ध कराने अन्यथा बेरोजगारी भत्ता देने की मांग की. मजदूरों ने बताया कि नाला उड़ाही का काम मनरेगा के तहत कराया जा रहा था, जिसमें करीब ढाई सौ मजदूरों को 3 दिन का काम मिला था. फिर काम बंद कर देने की बात कहे जाने से सभी मजदूर आक्रोशित हैं.
मनरेगा मजदूर संजय कुमार सिंह ने बताया कि सभी मजदूर लगातार काम करने की मांग कर रहे थे. तभी मजदूरों को रोजगार सेवक ने बताया कि कार्य बंद कर दिया गया है. सभी मजदूर वापस अपने घर चले जाएं, जिससे आक्रोशित मनरेगा मजदूर हंगामा करने लगे. साथ ही उनका कहना है कि सरकार ने 100 दिन काम की गारंटी दी थी, जो नहीं मिल रहा है.
समस्तीपुर में मनरेगा मजदूरों का हंगामा. 'काम मिलते ही सभी मजदूरों को फिर बुलाया जाएगा'
सरकार द्वारा मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा के तहत कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, ताकि बेरोजगार मजदूरों को रोजगार मिल सके. हंगामा कर रहे मजदूरों की जानकारी पर पहुंचे रोजगार सेवक अरविंद कुमार ने बताया कि योजना के तहत कार्य की तलाश की जा रही है. काम मिलते ही सभी मजदूरों को फिर बुलाया जाएगा.
कोरोना वैश्विक महामारी से जहां गरीब मजदूर दाने-दाने को मोहताज हैं. वहीं सरकार द्वारा कई योजना के तहत कार्य उपलब्ध कराने की तैयारी है, लेकिन अधिकारी के उदासीन रवैया से मजदूरों में आक्रोश है. इससे परेशान मजदूर 100 दिन कार्य उपलब्ध कराने अन्यथा बेरोजगारी भत्ता देने की मांग की है.