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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 20, 2023, 4:37 PM IST

Updated : Oct 21, 2023, 11:03 AM IST

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Liquor Ban In Bihar : रोहतास के धर्मागतपुर गांव में खुलेआम लगा शराब बिक्री का पोस्टर.. जानें क्या है पूरा माजरा

एक तरफ प्रशासनिक पदाधिकारी बिहार में पूर्ण शराबबंदी का दावा करते हैं, लेकिन जो तस्वीरे बिहार के रोहतास से सामने आई है. उसे देखकर आप चौंक जाएंगे. यहां एक गांव के बाहर ग्रामीणों ने एक बैनर लगाया गया है, जिसमें लिखा है 'धर्मागतपुर गांव में आपका स्वागत है, आईए शराब, हिरोईन, महुआ सब पाइए'. इसके साथ ही ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग पर बड़ा आरोप लगाया है. पढ़ें पूरी खबर..

रोहतास में शराब बिक्री के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध
रोहतास में शराब बिक्री के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध

रोहतास: बिहार के रोहतास में सूर्यपुरा प्रखंड के धर्मागतपुर गांव में इन दिनों नशेड़ियों के खिलाफ अभियानचलाया जा रहा है. ग्रामीणों ने अब अपने गांव में शराबियों के प्रवेश को वर्जित कर दिया है. वहीं पुलिस व उत्पाद विभाग पर आरोप लगाया है कि इनकी मिली भगत से खुलेआम गांव में शराब बेची जा रही है. इसी के खिलाफ गांव में अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में शुक्रवार को जुलूस निकालकर लोगों को जागरूक भी किया गया और प्रशासनिक उदासीनता को लेकर ग्रामीणों ने अपनी बेबसी भी पेश की.

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ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग के खिलाफ लगाया बैनर : ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो गांव के बाहर उत्पाद विभाग को नसीहत देने के लिए एक बैनर लगाया है. इस बैनर में लिखा है कि - ' नशा मुक्त अभियान. धर्मागतपुर गांव में आपका स्वागत है, आईए शराब, हेरोईन, महुआ सब पाइए.बिहार में शराबबंदी है, लेकिन धर्मागतपुर में खुला है'. सौजान्य- बेशर्म उत्पाद विभाग सूर्यपूरा थाना, निवेदक- लाचार, बेबस समस्त ग्रामीण जनता.

शराब के खिलाफ ग्रामीणों ने निकाला जुलूस : शराब के खिलाफ लगातार विरोध दर्ज कर रहे ग्रामीणों ने शुक्रवार को गांव में एक जुलूस निकाला था. इसमें गांव के छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हुए थे. सभी बच्चों ने खुलकर बोला कि नशा ने उनके गांव को कितना बर्बाद किया है? इस जुलूस में भारी संख्या में ग्रामीण सड़क पर उतरे तथा अपने गांव को पूर्ण तरह से नशा मुक्त करने के लिए अभियान की शुरुआत की. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने लाचार होकर यह रास्ता अख्तियार किया.

"मेरे गांव में काफी दारू और हिरोईन बिक रहा है. यहां दूसरे जगहों से भी लोग नशा का सामान खरीदने आते हैं. हमारे गांव के कई घरों का काफी सारा पैसा दारू में खर्च हो जा रहा है. इसलिए इसे बंद करवाने को लेकर हमलोग सड़क पर उतरे हैं."-काजल कुमारी, ग्रामीण बच्ची

कई बार शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई, तो लगाया पोस्टर : ग्रामीणों का आरोप है कि शराब माफिया से प्रशासनिक लोगों की मिली भगत है. बार-बार पुलिस तथा उत्पाद विभाग के अधिकारियों को धर्मागतपुर गांव से नशेड़ियों को खदेड़ने के लिए गुहार लगाई गई, लेकिन जब कोई मुकम्मल कार्रवाई नहीं हुई तो अंतत: ग्रामीणों ने इस तरीके से विरोध का रास्ता अपनाया है. ग्रामीणों ने गांव के बाहर बैनर लगाया है, जिसमें स्थानीय पुलिस तथा उत्पाद विभाग को शर्म करने की नसीहत दी है.

"हमलोगों ने थाने में जाकर कई बार लिखित शिकायत किया कि हमारे गांव में खुलेआम शराब बिक रही है, लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई. यहां पर जो थाने का चौकीदार है वह खुलेआम शराब बिकवाता है. उत्पाद विभाग में भी शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अंततः हमलोग बैनर पोस्टर लेकर सड़क पर उतरे हैं." - इंद्रदेव प्रसाद, ग्रामीण

उत्पाद विभाग और पुलिस पर शराब बिकवाने का आरोप :जुलूस में शामिल स्थानीय लोगों का आरोप है कि दूसरे जिले से भी नशा के कारोबारी यहां पहुंचते हैं तथा शराब एवं हिरोईन जैसे मादक पदार्थों का कारोबार करते हैं. वहीं ग्रामीणों ने खुलेआम गांव के चौकीदार संतोष कुमार की भूमिका पर भी सवाल खड़ा किया है. ग्रामीणों का कहना है कि चौकीदार ही गांव में शराब व अन्य नशे का सामान बिकवा रहा है. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस की छापामारी होती है तो स्थानीय चौकीदार नशेड़ियों तथा कारोबारी को सूचना देकर भगा देता है.

"धर्मागतपुर का मामला विभाग की संज्ञान में है. उत्पाद विभाग लगातार अवैध शराब व धंधेबाजों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है. हर महीने 200 से ज्यादा शराबियों को गिरफ्तार किया जा रहा है. मामले में थाने से सहयोग लेकर गांव को युद्धस्तर पर नशामुक्त करने का अभियान चलाया जाएगा."-अमृता, सहायक आयुक्त, मद्य निषेध व उत्पाद विभाग

Last Updated : Oct 21, 2023, 11:03 AM IST

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