पटना: जिले के बिहटा में लंबे समय से चल रही पेयजल किल्लत को लेकर भड़के लोगों ने बिहटा - औरंगाबाद मार्ग जाम कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आवागमन को पूरी तरह ठप कर दिया. आक्रोशित ग्रामीणों ने कहना है कि पिछले 6 महीने से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है लेकिन सरकार और जिला प्रशासन मौन है.
सात निश्चय योजना हुई बेकार
दरअसल, मामला जिले के बिहटा प्रखण्ड के पहाड़पुर गांव का है. उग्र लोगों का कहना है कि राजधानी पटना से सटे होने के बावजूद गांव में सात निश्चय योजना की किरण नहीं पहुंच पाई. जिस कारण इलाके के लोग सुबह से शाम तक पानी के ही इंतजाम में लगे रहते हैं. पानी लाने के लिए हर रोज 3 से 4 किलोमीटर चल कर जाना होता है. बार- बार अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी समस्या का निदान नहीं हुआ तो हारकर सड़क पर उतरना पड़ा है.
पेयजल किल्लत को लेकर लोगों ले किया रोड जाम फंड नहीं होने से रुका हुआ है काम- बीडीओ
वहीं, इस मामले पर प्रखण्ड के बीडीओ विभेष आनंद का कहना है कि भूमिगत जलस्तर नीचे चले जाने के कारण चापाकल खराब हो गया है. जिस वजह से कई वार्डो में पानी की किल्लत हो गई है. पीएचईडी विभाग से संपर्क कर बड़ा चापाकल लगाने का आग्रह किया गया है, अगले दस दिन में चापाकल लगा दिया जाएगा. वहीं, हर घर नल जल योजना के सवाल पर उन्होंने कहा कि फंड नहीं होने के कारण पहाड़पुर सहित कई वार्डों में अब तक योजना नहीं पहुँच पाई है. सरकार को फंड रिलीज करने के लिए पत्र लिखा गया है. राशि आते ही योजना को त्वरित रुप से लागु किया जाएगा.
जाम खुलवाने में प्रशासन के छूटे पसीने
इधर, इधर रोड के जाम हो जाने के कारण दर्जनों वाहन जाम में फंस गए. दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. जाम की सुचना पर स्थानीय पुलिस आनन-फानन में जामस्थल पर पहुंच कर लोगों को समझा-बुझा कर जाम खुलवाने में लग गई.