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Patna News:बच्चों में बढ़ रहा मोटापा, बच्चों में किडनी की बीमारी को लेकर जागरुकता का अभाव

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Published : Mar 8, 2023, 8:41 PM IST

दो दिवसीय पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी कॉन्क्लेव में लंदन और दुबई से भी दो एक्सपर्ट और 100 से अधिक किडनी और पीडियाट्रिक एक्सपर्ट भी पहुंचे थे. इस पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी कॉन्क्लेव में बच्चों में किडनी और मोटापा से जुड़ी समस्या पर विशेषज्ञों ने विस्तार से चर्चा की थी. पढ़ें पूरी खबर...

दो दिवसीय पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी कॉन्क्लेव
दो दिवसीय पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी कॉन्क्लेव

दो दिवसीय पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी कॉन्क्लेव

पटना:आज को दौर में मोटापा एक बड़ी समस्या बन गई है. यह पीढ़ी दर पीढ़ी भी आगे बढ़ता है. इसमें अनुवाशिक कारक भी अहम भूमिका निभाते है. बच्चों में किडनी संबंधित बीमारियों के कई कारण होते हैं. इन दिनों बच्चों में मोटापा एक प्रमुख वजह बन गया है. बच्चों का फिजिकल वर्क कम हो गया है. ये बातें (Pediatric Nephrology Conference in Patna) पाटलिपुत्र नेफ्रोलॉजी सोसायटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी कॉन्क्लेवमें सामने आयी है.

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100 में 10 लोग किडनी रोग से ग्रसित:सम्मेलन में इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के पूर्व अध्यक्ष होने के साथ-साथ जॉर्ज इंस्टीट्यूट आफ ग्लोबल हेल्थ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के प्रोफेसर डॉक्टर विवेकानंद झा ने बताया कि आज भी किडनी से जुड़ी बीमारियों के बारे में अधिक जानकारी नहीं है. दुनिया में 100 में 10 लोग किडनी से संबंधित बीमारियों से ग्रसित है. वयस्कों में थोड़ी जागरूकता तो आई है लेकिन बच्चों में किडनी की बीमारियों को लेकर जागरूकता का पूरा अभाव है.

अस्पतालों में पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी का विभाग अलग हो:लंदन के प्रोफेसर डॉक्टर विवेकानंद झा ने बताया कि यह अच्छी बात है कि बिहार में पहली बार इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया गया है. इस सम्मेलन से जो निकल कर सामने आया है कि बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में भी जरूरी हो गया है कि अस्पतालों में पेडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी के अलग से विभाग हो. उन्होंने बताया कि बच्चों की किडनी की डायलिसिस के लिए अलग मशीन होती है.


"किडनी से जुड़ी बीमारियों के बारे में अधिक जानकारी नहीं है. दुनिया में 100 में 10 लोग किडनी से संबंधित बीमारियों से ग्रसित है. बच्चों का फिजिकल वर्क कम हो गया है. बच्चे जंक फूड फास्ट फूड और विभिन्न प्रकार के सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन अधिक कर रहे हैं. इससे बच्चों में मोटापा बढ़ रही है."- विवेकानंद झा, प्रोफेसर डॉक्टर, लंदन

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