पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के आवास पर शराब माफियाओं को लेकर दिए गए बयान पर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी एमएलसी संजय पासवान ने इसको लेकर आपत्ति जताई है. संजय पासवान ने कहा कि तेजस्वी यादव का यह बयान गैर जिम्मेदाराना है.
दरअसल, यह पूरा मामला तब तूल पकड़ा जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि सीएम के घर शराब माफिया मटरगश्ती करते हैं. तेजस्वी यादव के इस ट्वीट के बाद से बिहार की सियासत में बयानबाजी तेज हो गई है.
पटना से अमित वर्मा की रिपोर्ट 'पुलिस को भ्रष्ट बनाने के लिए शराबबंदी की गई '
तेजस्वी यादव ने ट्वीट के जरिए कहा कि इन बेशर्म और भ्रष्ट जनादेश डकैतों से पूछा जाए कि शराबबंदी के बाद सीएम आवास से कितने माफिया पैदा हुए हैं. नीतीश कुमार ने पार्टी फंड और आरसीपी टैक्स जुटाने के लिए शराबबंदी की है. गरीबों को जेल भेजने और पुलिस को भ्रष्ट और नकारा बनाने के लिए शराबबंदी की गई है.
'एक भी वरिष्ठ अधिकारी नहीं हुआ बर्खास्त'
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि अब तक करोड़ों लीटर शराब बरामद होने के बावजूद एक भी वरिष्ठ अधिकारी बर्खास्त क्यों नहीं हुआ. जबकि डेढ़ लाख लोग जेल चले गए. उन्होंने कहा कि सीएम बताएं अगर उनका यह कार्यक्रम सफल था तो क्यों इसमें बार-बार संशोधन किया गया.
'सीएम के पार्टी कार्यकर्ता शराब माफिया बने बैठे हैं'
तेजस्वी यादव ने ये भी कहा "मुख्यमंत्री जी, आपके लाखों पार्टी कार्यकर्ता शराब माफिया बने बैठे हैं. शराब की तस्करी करते हैं. क्या आपको होश है अब तक आपके कितने लोग इसमें पकड़ाए और तुरंत छुड़ा लिए गए". आपके नेताओं का शराब पीते वीडियो वाइरल हुआ. आपकी निकम्मी, भ्रष्ट पुलिस आपके भ्रष्ट शासन की पोल खोलने वाले विपक्षी कार्यकर्ताओं को पकड़ रही है.
क्या है मामला?
बता दें कि मंगलवार को मधुबनी में आरजेडी नेता सचिन कुमार चौधरी ने फेसबुक पर एक अपनी वीडियो शेयर की थी. जिसमें उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाया था. अपने वीडियो में आरजेडी नेता सचिन ने राज्य में शराबबंदी कानून को धता बताया था. इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर कई आपत्तिजनक टिप्पणी की. जिसके बाद मधुबनी पुलिस की आईटी सेल ने उसे गिरफ्तार किया. आरजेडी नेता की गिरफ्तारी के बाद से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट के जरिए नीतीश कुमार पर निशाना साधा.