पटनाः राजधानी के सड़कों पर गुब्बारे बेचने वाले बच्चों से लेकर चाय बेचने वाले बच्चों के बीच सरस्वती बन रही है पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राएं. ये छात्राएं इन दिनों गरीब बच्चों के भविष्य को संवारने में लगी हैं.
पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राओं का अनोखा प्रयास, 30 सालों से गरीब बच्चों को दी जा रही शिक्षा
वीमेंस कॉलेज की छात्राएं प्रति दिन यूं ही ग्राउंड में खुले आसमान के नीचे अपनी पाठशाला लगाती हैं. सैकड़ों बच्चों को शिक्षा देने का काम करती हैं. ये छात्राएं अपनी पढ़ाई के बाद बचे हुए समय में इन सभी बच्चों के बीच शिक्षा का अलख जगा रही हैं.
वीमेंस कॉलेज की छात्राएं प्रति दिन यूं ही ग्राउंड में खुले आसमान के नीचे अपनी पाठशाला लगाती हैं. सैकड़ों बच्चों को शिक्षा देने का काम करती हैं. ये छात्राएं अपनी पढ़ाई के बाद बचे हुए समय में इन सभी बच्चों के बीच शिक्षा का अलख जगा रही हैं. बताया जाता है कि पिछले 30 वर्षों से यहां गरीब बच्चों की क्लास लग रही है. अपनी पहल से बच्चों के बीच उनके भविष्य संवारने में लगी हैं.
30 सालों से चल रहा यह अनोखा स्कूल पटना वीमेंस कॉलेज के ग्राउंड में रोजाना शाम को 300 से अधिक बच्चों को शिक्षा ग्रहण कराती है. यह मुमकिन हो पाया है तो केवल यहां की छात्राओं और प्रिंसिपल के सहयोग से. कई पूर्व छात्राएं भी कॉलेज आकर बच्चों को पढ़ाती हैं.