पटना:बिहार केराज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राजभवन के दरबार हॉल में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के तहत नागालैंड और असम का स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि देश के सभी राज्यों की संस्कृति हमारी अपनी संस्कृति है. भारत के सभी राज्यों में अन्य प्रदेशों के लोग रहते हैं और वे धीरे-धीरे वहां की भाषा, बोली और अन्य सांस्कृतिक अवयवों को अपना लेते हैं. इस मौके पर बिहार की तारीफ भी की.
"बिहार काफी अच्छा है और यहां आने पर ही इसका पता चलता है. हमारा दायित्व है कि हम बिहार की अच्छाई के बारे में लोगों को बताएं और कुछ प्रदेशों में बने बिहार की नकारात्मक छवि को बदलने का प्रयास करें. चाहे हम किसी भी राज्य के मूल निवासी हों, परन्तु जिस राज्य में रह रहे हैं वहां के विकास में योगदान देना हमारा दायित्व है." -राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल
भारतवासी आपस में एक-दूसरे के साथ जुड़े हैं:राज्यपाल ने कहा कि हम सभी भारतवासी आपस में एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं और इस एकता के सूत्र के कारण ही भारत के किसी एक राज्य के लोगों को तकलीफ होने अथवा उनपर विपत्ति आने पर दूसरे दूरस्थ राज्यों के लोगों को पीड़ा होती है. उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों के लिए पूरा देश चिंतित था और उनसे परिचित नहीं होने के बावजूद भी सभी देशवासी उनके सकुशल बाहर निकलने के लिए दुआएं कर रहे थे. उनके बाहर आने पर सब ने खुशी जाहिर की.
हमारी एकता में ही भारत की श्रेष्ठता है:उन्होंने कहा कि यह हमारे देशवासियों का एक-दूसरे के प्रति प्रेम और अपनापन की भावना तथा आपसी एकता का प्रतीक है. जिसे बनाए रखने की आवश्यकता है. एकता का सूत्र ही हमारी शक्ति है. पूरा भारत एक है और इसीलिए यह श्रेष्ठ है. हमारी एकता में ही भारत की श्रेष्ठता है.