पटना: अक्टूबर से पहले ही बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी कर दी है. केंद्र के फैसले ने राजनीतिक पंडितों को एक बार फिर चौंकाया है. केंद्रीय नेतृत्व ने डॉ. संजय जायसवाल की ताजपोशी कर एक तीर से कई निशाने साधे हैं.
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार में नित्यानंद राय का विकल्प ढूंढ लिया है. वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय के गृह राज्य मंत्री बनाए जाने के बाद से अध्यक्ष पद को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही थी. उम्मीद ये की जा रहा थी कि संगठन के चुनाव के बाद अध्यक्ष पद पर फैसला लिया जाएगा. लेकिन केंद्रीय नेतृत्व में संगठन चुनाव से पहले ही फैसला लेकर सभी को चौंकाते हुए डॉ. संजय जायसवाल को बिहार का प्रदेश का अध्यक्ष बनाया.
पार्टी में एकाधिकार...
फिलहाल, बिहार बीजेपी के समक्ष कई चुनौतियां हैं. पार्टी के अंदर कई गुट हैं और पार्टी को नीतीश कुमार के अत्यंत पिछड़ा कार्ड का जवाब भी देना है. केंद्रीय नेतृत्व ऐसे नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहती थी, जिसकी छवि साफ-सुथरी हो और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से उनकी पृष्ठभूमि रही हो. पार्टी में लंबे समय से कुछ प्रदेश स्तर के नेताओं का एकाधिकार है. वह भी केंद्रीय नेतृत्व को गंवारा नहीं है. ऐसे में मंथन के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बेतिया से सांसद पर दांव लगाया.