पटना: मदर्स डे के खास मौके पर राजधानी पटना के कई संस्थानों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. वहीं, पटना संग्रहालय के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में जिन महिलाओं ने अपने दम पर जिंदगी के बुरे वक्त में भी खुद को खड़ा रखा है, ऐसी महिलाओं को सम्मानित किया गया. राज्य महिला आयोग कि अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने कहा कि मां एक शब्द ही नहीं बल्कि इसमें पूरी सृष्टि है. मां अपने आप में एक सब कुछ है. जिंदगी वहीं से शुरू होती है और वहीं खत्म होती है. बच्चों के लिए मां अपना सुख-चैन, रात-दिन त्याग देती है. बुढ़ापे में बच्चे ही उनका सहारा होते हैं. ऐसे बच्चों को बुढ़ापे में मां की सेवा जरूर करनी चाहिए.
पटना में आयोजित कार्यक्रम 8 महिलाओं को सम्मानित किया गया
कार्यक्रम में राजधानी पटना में 8 महिलाओं को सम्मानित किया गया. इनमें वैसी महिलाएं हैं, जो बुरे दौर में भी खुद की मेहनत से जिंदगी जी रहीं हैं और अपने बच्चों को पढ़ा रही हैं. ये महिलाएं पेट्रोल पंप पर काम करने वाली, रिक्शा चलाने वाली और घर में सिलाई-कढ़ाई कर अपने बच्चों को पालने वाली हैं.
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
इस मौके पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. बच्चों ने मां के लिए गीत गाकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई. वहीं, बच्चों ने रैंप वॉक कर सब का दिल जीता. इस दौरान बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा, अमेरिका से आयी NRI संध्या सिंह, एएन कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल प्रोफेसर पूर्णिमा शेखर और स्कॉलर्स बोर्ड स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. बी. प्रियम समेत कई नामचीन महिलाएं मौजूद रहीं.