पटना: जिस वजह को लेकर पिछले 1 साल से महागठबंधन में तमाशा हो रहा था. जिस वजह से जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से किनारा कर लिया, उस वजह और उस सवाल का जवाब अब ऑफिशियल तरीके से सामने आ गया है. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष ने यह खुलासा किया है.
बता दें की कोऑर्डिनेशन कमिटी की मांग महागठबंधन में काफी दिनों से हो रही है. इसे लेकर एक तरफ जहां जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और कई बार कांग्रेस ने भी सवाल उठाया और यह कहा कि बिना कोआर्डिनेशन कमेटी के सीट बंटवारे पर फैसला नहीं हो सकता और ना ही नेता का चुनाव हो सकता है. लेकिन राजद ने हमेशा इस सवाल से किनारा किया और टालते रहे. टालमटोल का नतीजा यह हुआ कि जीतन राम मांझी महागठबंधन से अलग हो गए.
लालू यादव ही महागठबंधन के कोऑर्डिनेटर
अब मांझी के अलग होने के बाद औपचारिक तरीके से राष्ट्रीय जनता दल ने ईटीवी भारत पर महागठबंधन के कोआर्डिनेशन मामले पर खुलासा किया है. ईटीवी भारत के साथ बातचीत में जगदानंद सिंह ने कहा कि महागठबंधन के कोऑर्डिनेटर सिर्फ और सिर्फ लालू प्रसाद यादव हैं.
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष, लालू प्रसाद यादव जी हां, लालू यादव ही महागठबंधन के कोऑर्डिनेटर हैं और इस पर सभी दलों की सहमति बन गई है. उन्होंने यह भी दावा किया कि तेजस्वी यादव को महा गठबंधन में शामिल तमाम दलों ने अपना नेता मान लिया है. वे अगले चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. इस पर महागठबंधन के तमाम दलों ने सहमति जताई है.
लालू ही करेंगे कोऑर्डिनेट
यह पहली बार है जब कोआर्डिनेशन कमेटी को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने औपचारिक तरीके से लालू यादव का नाम लेते हुए यह कहा है कि सिर्फ लालू ही तमाम दलों के साथ कोऑर्डिनेट करेंगे और वही यह निर्णय लेंगे कि महागठबंधन में कैसे तमाम चीजें आगे बढ़ेंगी.