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प्राइवेट शिक्षकों का छलका दर्द, कहा- महीने का 10 हजार और 50 किलो अनाज दे सरकार

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Published : Apr 12, 2021, 6:56 AM IST

कोरोना को लेकर शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिये गए. लेकिन निजी शिक्षकों की स्थिति खराब होते चली गई. सरकार के द्वारा फिर से संस्थानों को बंद किये जाने के फैसले पर प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने सरकार से शिक्षकों और कर्मचारियों को प्रतिमाह 10 हजार रूपये और 50 किलो अनाज देने की सरकार से मांग की है.

प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन
प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन

पटनाःकोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार ने राज्य के सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थानोंको बंद रखने का आदेश जारी किया है. इस आदेश के बाद प्राइवेट स्कूलों ने अपनी बदहाल स्थिति का हवाला देते हुए शिक्षकों एवं कर्मचारियों को 10 हजार रूपये प्रतिमाह और 50 किलो अनाज की व्यवस्था करवाने की मांग की है.

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शिक्षकों को मिले 10 हजार प्रतिमाह
राज्य सरकार के गृह विभाग के द्वारा 09 अप्रैल को बिहार के सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और अन्य शिक्षण संस्थानों को 18 अप्रैल 2021 तक बंद रखने का दिशा निर्देश दिया गया है. इस पत्र के निर्गत होने पर प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने कहा है कि जब सभी विद्यालय-कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को बंद किया जा रहा है. तब बिहार सरकार से यह भी अपेक्षा है कि इन विद्यालयों में पढाने वाले शिक्षकों एवं कर्मचारियों को प्रति माह दस हज़ार रुपये एवं 50 किलोग्राम अनाज भी अविलम्ब देने की व्यवस्था की जाए.

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शिक्षकों कि स्थिति बदहाल
एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पिछले एक साल से अधिक अवधि से विद्यालय बंद पड़े हैं. और सभी विद्यालय संचालक दिवालिया हो चुके हैं. अब कोई भी संचालक किसी भी शिक्षक अथवा कर्मचारियों को वेतन देने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में विद्यालय के कर्मचारीगण एवं शिक्षकगण के परिवारों का गुजारा कैसे होगा? सरकार को इसपर विचार करना चाहिए.

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