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खाना में खेला! सीएम नीतीश के कम्युनिटी किचन में एक आदमी खा रहा है 500 ग्राम चावल

पटना में 11 जगहों पर कम्युनिटी किचन संचालित किया जा रहा है. लेकिन इन कम्युनिटी किचनों में लोगों के खाने को लेकर आंकड़ों का खेल चल रहा है. प्रशासनिक अधिकारी जहां पर अधिक संख्या में लोगों के खाने की बात करते हैं. वहीं, खाना बनाने वाला हलवाई आधा किलो चावल एक शख्स के खाने की बात कहता है.

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Published : May 11, 2021, 10:34 PM IST

Data is being manipulated in community kitchen in patna
Data is being manipulated in community kitchen in patna

पटना:बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण राज्य सरकार ने 15 मई तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी है. वहीं, कोरोना चेन को तोड़ने के लिए कई दिशा-निर्देश दिए गए हैं. हालांकि इस दौरान गरीब लोगों को खाने-पीने में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए राज्यभर में कई जगहों पर कम्युनिटी किचन चलाई जा रही है. यहां पर गरीब तबके के लोग भोजन करते हैं. लेकिन इन कम्युनिटी किचन में भी आंकड़ों की बड़ी हेराफेरी की जा रही है.

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कम्युनिटी किचन को चलाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को दी गई है. लेकिन प्राशासनिक अधिकारी खाना बनवाने के नाम पर बड़ा खेल-खेल रहे हैं. अधिकारी कम्युनिटी किचन में प्रितिदिन 800 से अधिक लोगों को भोजन कराने का दावा करते हैं. लेकिन चावल कितना खपत होता है ? इस सवाल पर टालमटोल करते हैं. हालांकि अधिकारियों की मानें तो प्रतिदिन लोगों को सुबह-शाम दाल, चावल और सब्जी खिलाई जाती है. वहीं, सब्जी का मेन्यू प्रतिदिन बदलते रहता है.

कम्युनिटी किचन में आंकड़ों का हेरफेर

800 लोगों के लिए 400 किलो चावल
इस सब से अलग कम्युनिटी किचन में खाना बनाने वाले हलवाइयों का अलग ही दावा है. उनका कहना है कि प्रतिदिन 800 लोगों के लिए 400 किलो चावल बनाए जाते हैं. एक शख्स आधा किलो चावल खा जाता है. साथ ही हलवाई का दावा है कि कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है.

कम्युनिटी किचन में गरीबों को मिल रहा खाना

लोगों के चेहरे पर खुशी पर मामला अलग
इन सबसे अलग कम्युनिटी किचन के चलने से गरीब तबके के लोगों के चेहरे पर काफी खुशी देखी जा रही है. लेकिन इन लोगों का कहना है कि वो सरकार की ओर से चलाई जा रही कम्युनिटी किचन में कभी-कभी ही आकर भोजन करते हैं. अब इससे तो अलग ही मामले का पता चलता है कि जनता खाने आती नहीं है और काफी संख्या में लोगों का खाना बनता है. वहीं, जो आदमी खाने के लिए आते हैं वो आधा किलो चावल खा जाते हैं.

कम्युनिटी किचन से गरीब लोगों को मदद

11 जगहों पर कम्युनिटी किचन
बता दें कि पटना जिला प्रशासन की ओर से कुल 11 जगहों पर कम्युनिटी किचन चल रहा है. इसमें से 2 कम्युनिटी किचन के आंकड़े हम आपके सामने रख रहे हैं, प्रतिदिन कितना लोग भोजन किए हैं.

1. मिलर हाई स्कूल में 5 से 10 मई के बीच भोजन करने वालों का आंकड़ा

दिनांक सुबह शाम
5 मई 46 133
6 मई 238 278
7 मई 295 285
8 मई 374 350
9 मई 403 365
10 मई 425 446

इन आंकड़ों पर गौर करें तो 5 मई से 10 मई के बीच कूल 3,438 लोगों को यहां पर भोजन कराने का दावा किया जा रहा है. लेकिन सूत्रों की माने तो अभी तक मात्र इस स्थान पर लगभग 1200 लोगों ने ही भोजन किए हैं.

गरीब लोगों के लिए कम्युनिटी किचन संचालित

2. पटना हाई स्कूल में 5 से 10 मई के बीच भोजन करने वालों का आंकड़ा

दिनांक सुबह शाम
5 मई 29 86
6 मई 157 341
7 मई 314 340
8 मई 269 405
9 मई 324 311
10 मई 361 368

यानी पटना हाई स्कूल में सरकार की ओर से बनाई गई कम्युनिटी किचन में अभी तक 3305 लोगों को भोजन कराया गया है. लेकिन यहां पर भी सूत्रों की माने तो अभी तक मात्र 15 सौ लोगों ने ही भोजन किया है.

कम्युनिटी किचन में बना चावल

जमीनी हकीकत कुछ और ही
बताया जा रहा है कि बिहार में जिस तरह से कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से आंकड़ों का खेल जारी है. इसी तर्ज पर गरीब लोगों की मदद के लिए चलाई जाने वाली कम्युनिटी किचन में भी आंकड़ों का खेल जारी है. वहीं, जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.

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