पटना: भाई-बहन के पावन त्योहार पर इस साल पटना के बाजार में चाईनीज राखी नहीं बेची जाएगी. इसको लेकर कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने एक आह्वान किया है. इस मामले पर कैट के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि भारत-चीन सीमा पर सैनिकों के साथ हुआ झड़प के बाद से बीते 10 जून से ही चीनी सामान के बहिष्कार का बहुआयामी राष्ट्रीय अभियान चलाया जा रहा है. इस साल चीन के बाजार को भारतीय बहनें 4 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का झटका देंगी.
'4 हजार करोड़ का था व्यापार'
कैट बिहार के चेयरमैन कमल नोपानी, महासचिव डॉ. रमेश गांधी और कोषाध्यक्ष अरूण कुमार ने कहा कि इस साल के रक्षाबंधन त्योहार में भारत की बहनें भारतीय राखी का इस्तेमाल करते हुए चीन को लगभग 4 हजार करोड़ रुपये का नुकसान पहुचाएगीं. उन्होंने बताया की पूरी भारत में हर साल लगभग 6 हजार करोड़ रूपये का राखी व्यापार होता है. जिसमें से अकेले चीनी बाजार 4 हजार करोड़ रुपये का हिस्सेदारी रखता था. इसके अलावे भारतीय राखी पर भी राखी बनाने का सामान चीन से ही मंगाए जाते थे.