बिहार

bihar

सृजन घोटाला: BJP नेता विपिन शर्मा की पत्नी रूबी शर्मा को CBI ने पटना एयरपोर्ट से किया गिरफ्तार

सृजन घोटाला मामले में भाजपा नेता विपिन शर्मा की पत्नी रूबी शर्मा को सीबीआई ने पटना एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया. रूबी शर्मा और भागलपुर से गिरफ्तार पुर्णेंदु कुमार को पटना स्थित सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया. पेशी के बाद दोनों को कोर्ट ने जेल भेजा दिया.

By

Published : Aug 13, 2021, 10:26 PM IST

Published : Aug 13, 2021, 10:26 PM IST

Updated : Aug 13, 2021, 10:46 PM IST

Srijan Scam
सृजन घोटाला

पटना:सृजन घोटाला (Srijan Scam) मामले में भाजपा (BJP) नेता विपिन शर्मा की पत्नी रूबी शर्मा को सीबीआई (CBI) ने शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) से गिरफ्तार किया. रूबी शर्मा इंडिगो एयरलाइंस के विमान से पटना एयरपोर्ट पर उतरीं तभी उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

यह भी पढ़ें-बिहार में दो बड़े गड़बड़झालों से NGO बदनाम, सरकार की कार्यप्रणाली पर भी उठे सवाल

जानकारी के मुताबिक सीबीआई की टीम ने आरोपी अभिषेक वर्मा और दीपक वर्मा की पत्नी अल्पना वर्मा को भी पटना में गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, भागलपुर के सबौर और जगदीशपुर सहित अन्य ठिकानों पर भी सीबीआई मामले से जुड़े आरोपितों की तलाश कर रही है. रूबी शर्मा और भागलपुर से गिरफ्तार पुर्णेंदु कुमार को पटना स्थित सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया. पेशी के बाद दोनों को कोर्ट ने जेल भेजा दिया. कोर्ट ने बेऊर जेल में बंद सृजन घोटाला के मास्टरमाइंड पीके घोष को ईडी को पांच दिनों के रिमांड पर दिया गया है. ईडी घोष से पूछताछ कर रही है.

घोटाला में नाम आने पर पार्टी ने भाजपा नेता विपिन शर्मा को पद से मुक्त कर दिया था. पद मुक्त होने के बाद भी विपिन के यहां भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं का आना जाना होता रहता है. विपिन की गिनती भागलपुर के बड़े कारोबारी में होती है. शहर में उनके कई प्रतिष्ठान हैं. विपिन सृजन घोटाला की सूत्रधार स्व. मनोरमा देवी के काफी करीब थे. मनोरमा देवी के बेटे अमित और बहू रजनी प्रिया के भी उनकी काफी नजदीकी थी. घोटाला उजागर होने के बाद अमित और प्रिया फरार हैं.

सृजन घोटाला मामले में विशेष न्यायिक दंडाधिकारी अनंत कुमार ने (आरसी 6(ए)/18) से जुड़े आठ लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर रखा है. इसमें रूबी कुमारी और पुर्णेंदु कुमार शामिल थे. गुरुवार की देर रात सीबीआई की टीम ने पुर्णेंदू कुमार को गिरफ्तार किया था. घोटाले की किंग पिन स्व. मनोरमा देवी की बहू रजनी प्रिया, सतीश कुमार झा, सीमा देवी, जेसमा खातून, राजरानी वर्मा और अर्पण वर्मा की गिरफ्तारी बाकी है.

बता दें कि 2017 में सरकारी कोष में अनियमितता कर एक हजार करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले का मामला सामने आया था. जिसकी जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो और ईडी को सौंप दी गई थी. सीबीआई ने भागलपुर के पूर्व डीएम वीरेंद्र यादव को भी आरोपी बनाया है. जिसके खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दायर की गई है. वीरेंद्र यादव 2014 में भागलपुर के जिलाधिकारी थे. उसी दौरान सबसे ज्यादा पैसों की हेराफेरी हुई थी.

मामले का खुलासा 2017 के अगस्त महीने में तत्कालीन जिलाधिकारी आदेश तितरमारे ने किया था. तब आदेश तितरमारे का चेक बैंक ने वापस कर दिया था. इसके पीछे बैंक ने तर्क दिया था कि खाते में पर्याप्त रकम नहीं है. इस बात पर जिलाधिकारी हैरान रह गए थे. फिर मामले की तह तक जाने के लिए उन्होंने एक जांच कमेटी बैठा दी थी. कमेटी ने जांच रिपोर्ट सौंपी तो बैंक ऑफ बड़ौदा के सरकारी खातों में पैसे नहीं होने की बात सच साबित हुई. जिलाधिकारी ने जांच रिपोर्ट सहित अन्य जानकारी राज्य सरकार को दी. जिसके बाद परत दर परत सृजन घोटाले की सच्चाई लोगों के सामने आने लगी.

सृजन घोटाले के तीन मामलों में सृजन महिला विकास सहयोग समिति की सचिव रजनी प्रिया, संचालिका रही मनोरमा देवी और उनके बेटे अमित कुमार समेत 44 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने सितंबर 2017 में पटना सिविल कोर्ट की विशेष न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की थी. इन तीनों मामले में जिन 44 लोगों को आरोपी बनाया गया. उनमें स्वयंसेवी संस्था की अध्यक्षा शुभ लक्ष्मी प्रसाद, मैनेजर सरिता झा, संयोजक मनोरमा के पुत्र अमित कुमार, बैंक ऑफ बरोदा के मुख्य प्रबंधक नैयर आलम, मुख्य प्रबंधक अरुण कुमार सिंह, बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य प्रबंधक दिलीप कुमार ठाकुर, डूडा के कार्यपालक अभियंता नागेंद्र भगत, रंजन कुमार समैयार और मनोज कुमार सहित अन्य लोग शामिल हैं.

यह भी पढ़ें-क्या होगा लालू यादव का: चारा घोटाला मामले में 17 अगस्त से बचाव पक्ष शुरू करेगा बहस

Last Updated : Aug 13, 2021, 10:46 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details