पटना: कोरोना वायरस से संभावित संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लॉक डाउन के दौरान विभिन्न राज्यों से 10 हजार 500 लोग बिहार पहुंचे. इसके बाद कैमूर, गोपालगंज, सिवान और नवादा बॉर्डर पर आने के बाद राहत शिविर में सभी की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई. मेडिकल स्क्रीनिंग करने के बाद बसों से उन्हे विभिन्न जिलों में भेजा गया.
बिहार बॉर्डर से 10 हजार 500 लोगों को भेजा गया प्रखंड मुख्यालय, यात्रा के लिए लगाई गई 225 बसें
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि यात्रियों की संख्या के अनुसार बस की व्यवस्था की गई है. बसों में बैठने वाले यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सावधानियों का पालन कराने का निर्देश दिया गया है. सभी चेकपोस्टों पर जिला परिवहन अधिकारी की तैनाती की गई है.
10 हजार 500 लोगों को पहुंचाया गया उनके गांव
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि विभिन्न राज्यों से आये लोगों को गांव तक पहुंचाने के लिए बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. मंगलवार को कुल 225 बसों से 10 हजार 500 लोगों को बिहार के विभिन्न बॉर्डर से जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय में उनके गांव तक पहुचाया गया.
चेकपोस्टों पर जिला परिवहन अधिकारी की गई तैनाती
कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण से बचाव के लिए यात्रियों को बस में बैठने से पहले और उतरने के बाद बसों को सेनेटाइज करने का निर्देश दिया गया है. हर जिलों के लिए यात्रियों की संख्या के अनुसार बस की व्यवस्था की गई है. बसों में बैठने वाले यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सावधानियों का पालन कराने का निर्देश दिया गया है. सभी चेकपोस्टों पर जिला परिवहन अधिकारी की तैनाती की गई है.