बिहार

bihar

कन्हैया ने नालंदा में भरी हुंकार, कहा- देश को नफरत की आग में झोंक रही है मोदी सरकार

By

Published : Feb 17, 2020, 8:35 AM IST

Updated : Feb 17, 2020, 9:19 AM IST

सीपीआई नेता ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. देश में तीन करोड़ 16 लाख लोगों की नौकरी चली गई. यही हालात रहे तो 2020 में भी 18 लाख लोगों की नौकरी जाएगी.

nalanda
कन्हैया कुमार

नालंदाः जन गण मन यात्रा के दौरान रविवार को नालंदा पहुंचे जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार केंद्र सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए देश को नफरत की आग में झोंकने का आरोप लगाया.

मंच पर कन्हैया कुमार व अन्य

'हक और इंसाफ की लड़ाई है'
कन्हैया कुमार ने बिहारशरीफ के सोगरा कॉलेज मैदान में नालंदा के युवाओं को समझाते हुए कहा कि देश में जो साजिशें की जा रही हैं, उसे समझने की जरूरत है. उन्होंने युवाओं से हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने का आह्वान किया. कार्यक्रम के दौरान कन्हैया ने कहा कि हमारी यह लड़ाई हीरो या नेता बनने की नहीं है, हक और इंसाफ की लड़ाई है, आने वाली पीढ़ियों को बचाने की लड़ाई है, जिसे गंभीरता से समझने की जरूरत है.

नालंदा में समर्थकों की भीड़

दोबारा देश नहीं बटने देंगे
कन्हैया ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत में हिंदू-मुस्लिमों को लड़ाने का काम किया था. देश की वर्तमान सरकार उसी सिद्धांत पर काम कर रही है. अंग्रेजों के साथ भी बैठकर चाय पर चर्चा करती थी, आज भी अंग्रेजों की तरह देश में काम कर रही है. लेकिन देश एक बार धर्म के आधार पर बंट चुका है, दोबारा हम बंटने नहीं देंगे. इसलिए हमारे पुरखों ने गोरों से लड़ाई लड़ने का काम किया था, हम भी चोरों से लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि देश के अंदर विषम परिस्थिति पैदा हो गई है. हिन्दू-मुस्लिम करके चुनाव में जीत हासिल करने की कोशिश की जाती है. लेकिन इन साजिशों के खिलाफ हम लड़ाई लड़ेंगे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः15 साल बाद भी मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं नीतीश कुमार!

'16 लाख लोगों की नौकरी गई'
सीपीआई नेता ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. देश में तीन करोड़ 16 लाख लोगों की नौकरी चली गई. यही हालात रहे तो 2020 में भी 18 लाख लोगों की नौकरी जाएगी. इसलिए लोगों को इन साजिशों के खिलाफ आगे आना होगा. उन्होंने कहा कि देश में 45 साल में सबसे ज्यादा गरीबी हालात आज हैं. इसलिए हमें अपनी आजादी की रक्षा, मूलभूत समस्याओं और आत्मसम्मान के लिए पूरी साजिश को नाकाम करना होगा.

Last Updated : Feb 17, 2020, 9:19 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details