नालंदा:बिहार में पहली बार शुरू किए गएबाल हृदय योजना के तहत नालंदा जिले के 4 बच्चों का चयन किया गया है. जिन्हें इलाज के लिए हैदराबाद ले जाया जा रहा है. जन्म से ही हृदय में छेद सहित हृदय संबंधी बीमारियों पर होने वाले भारी भरकम खर्च के कारण गरीब परिवार अपने बच्चों का इलाज नहीं करवा पाते थे. ऐसे में राज्य सरकार ने इन बच्चों के इलाज का बीड़ा उठाया है.
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बच्चों का होगा नि:शुल्क इलाज
सरकार की ओर से ऐसे सभी बच्चों का निशुल्क इलाज कराया जाएगा. सरकार की ओर से इन बच्चों को फ्लाइट से हैदराबाद ले जाया जा रहा है. जहां हॉस्पिटल में इनका समुचित इलाज करवाया जाएगा. आने-जाने से लेकर इलाज तक की सभी व्यवस्था सरकार वहन करेगी.
'यह एक महत्वाकांक्षी योजना है और इसके माध्यम से गरीब बच्चे का हृदय संबंधित इलाज समुचित ढंग से हो पाएगा. पहले जहां आर्थिक समस्या के कारण गरीब परिवार अपने बच्चों का इलाज नहीं करवा पाते थे. वहीं, अब इस योजना के शुरू होने से उनकी आर्थिक समस्या दूर हो जाएगी.'-
डॉ. सुनील कुमार, सिविल सर्जन इन बच्चों का हुआ है चयन
बता दें कि जिले के जिन 4 बच्चों का चयन किया गया है. उनमें बिहारशरीफ शहर के नीमगंज के साढ़े 3 साल की रितिका वर्मा, अस्थावां की 15 साल की काजल कुमारी, इमादपुर के 1 साल के मो. आरिज और हिलसा के सैदा बाजार के ढ़ाई साल के शिबू कुमार शामिल है.