नालंदा:छत्तीसगढ़ में हुए आईईडी ब्लास्ट में नालंदा फतेहपुर का जवान रोशन कुमार शहीद हो गया. दरअसल, रोशन कुमार सीआरपीएफ कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत थे. वह छतीसगढ़ में पोस्टेड थे. उनकी मौत के बाद गांव और परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
गांव और घर में मातम का माहौल रोशन की मौत से उनके माता-पिता सदमे में हैं. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. चार भाइयों और एक बहन में रोशन अकेला व्यक्ति था, जो सरकारी नौकरी कर रहा था. उनके पिता प्रताप राम ने खेती कर बच्चों को पढ़ाया-लिखाया था.
दो साल पहले ज्वॉइन किया था CRPF
रुआंसी स्वर में रोशन के पिता ने कहा कि वह एक महीने पहले ही घर आया था. उसने कहा था कि वह घर बनवाने के लिए पैसे जमा कर रहा है. लेकिन, उससे पहले ही उसकी जान चली गई. वह हमें बेसहारा छोड़कर चला गया. मालूम हो कि रोशन ने साल 2017 में सीआरपीएफ ज्वॉइन किया था. परिजनों ने बताया कि बीती रात वह ड्यूटी करके वापस अपने कैम्प लौट रहा था. तभी कैम्प से 700 मीटर पहले ही आईईडी ब्लास्ट में उसकी मौत हो गयी.
गुरुवार को लाया जाएगा शव
इस घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार वालों ने बताया कि रोशन का पार्थिव शरीर गुरुवार को नालंदा लाया जाएगा. जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. खबर सुनने के बाद से रोशन के मां की तबीयत खराब हो गई है. वहीं, उसके पिता पहले ही हृदय रोग से ग्रसित हैं. उनकी भी हालत ठीक नहीं है.