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मधुबनी: सालों से बंद पड़ी हैं हजारों लोगों को रोजगार देने वाली फैक्ट्री, सरकार बेखबर

मधुबनी में चीनी मिल हो, सूत मिल हो या पेपर मिल सभी ठप पड़ी हुई हैं. वहीं, जूट से लेकर जूस फैक्ट्री भी बंद पड़ी है.

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Published : May 18, 2019, 10:13 PM IST

जूस फैक्ट्री वर्षों से ठप,

मधुबनी: सीएम नीतीश कुमार भले ही विकास के तमाम वादे करते हो लेकिन जिले में विकास तो दूर यहां एक भी उद्योग धंधा नहीं है. जो औद्योगिक कारखाने थे वो भी वर्षों पहले बंद हो गए. वहीं, बात करें यहां की लाखों की लागत से बनाई गई जूस फैक्ट्री की, तो सरकार की उदासीनता के कारण वो भी बंद पड़ी है.

मधुबनी में चीनी मिल हो, सूत मिल हो या पेपर मिल सभी ठप पड़ी हुई हैं. वहीं, जूट से लेकर जूस फैक्ट्री भी बंद पड़ी है. जूस फैक्ट्री को तो यहां इसलिए लगाया गया था ताकि सभी प्रकार के फलों से जूस तैयार कर बाहर सप्लाई की जा सके. शुरूआती दौर में इससे काफी आमदनी भी हुई. लेकिन सरकारी उदासीनता का आलम ये रहा कि ये फैक्ट्री भी बंद हो गई.

जूस फैक्ट्री वर्षों से ठप,
बंद है जूस फैक्ट्री:
  • करीब 3 एकड़ जमीन में लगाई गई थी जूस फैक्ट्री.
  • लाखों रुपए की लागत से इस फैक्ट्री का निर्माण कराया गया था.
  • सैकड़ों बोतल जूस अभी भी फैक्ट्री में बंद पड़ा हुआ है.
  • कब गुंजेगी मशीनों की आवाज.
  • किसी ने नहीं दिया ध्यान

जूस फैक्ट्री के बंद होते ही किसी जनप्रतिनिधि ने इसे चालू करवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया है. अगर इसे चालू किया जाता, तो मधुबनी बेरोजगारी का टोटा नहीं लगता. जूस मिल के गार्ड श्रीराम शाह ने बताया कि वर्षों से वो यहां गार्ड हैं. इससे पहले उनके पिताजी यहां गार्ड थे. लेकिन अब उन्हें वेतन नहीं मिलता है. फिर भी वो काम कर रहे हैं. वो इस आस में हैं कि फैक्ट्री फिर से खुलेगी.

कई बार भेजा है पत्र
श्रीराम ने कहा कि अपने वेतन के लिए उन्होंने पत्राचार भी किया. लेकिन कोई सुधि लेने वाला नहीं है. उन्होंने बताया कि यहां सभी प्रकार के फलों का जूस तैयार कर बाहर सप्लाई किया जाता था. आम का अमरोट भी यहां बनाया जाता था. बाहर इसकी विशेष मांग थी. लेकिन इसको देखने वाला कोई नहीं है.

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