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किशनगंज में महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य करेगी वुमेंस विंग

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Published : Jul 25, 2020, 1:52 PM IST

किशनगंज जिले में वुमेंस विंग्स का गठन किया गया. इसमें संस्था की अध्यक्षा अर्पिता साहा एवं सचिव कुमारी गुड्डी को मनोनीत किया गया है. इस मौके पर संगठन की अध्यक्ष अर्पिता साहा ने कहा कि जिले में अब तक ऐसा कोई प्लेटफार्म महिलाओं के लिए नहीं था .

womens wing to work for womens empowerment
वुमेंस विंग्स का स्थापना

किशनगंज:जिले में महिलाओं ने वुमेंस विंग का गठन किया है. महिलाएं संगठन महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य करेंगी. जिले के मनोरंजन क्लब के सभागार में मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए महिलाओं ने संगठन का गठन किया. इस संगठन के मुख्य एजेंडा में महिला स्वरोजगार, भ्रूण हत्या रोकथाम, महिला उत्पीड़न, दहेज प्रथा रोकथाम, बाल-विवाह रोकथाम, बाल मजदूरी, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, महिला सशक्तिकरण, महिला विकास, महिला अधिकार और एक अच्छे राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं का योगदान इन सारे बिंदुओ को ध्यान में रखते हुए संगठन के एजेंडा में शामिल किया गया है.
महिला विंग का किया गया गठन
किशनगंज जिले में अब तक ऐसा कोई प्लेटफार्म महिलाओं के लिए नहीं था. महिलाएं आगे बढ़कर जिला में कार्य तो कर रही हैं, परंतु उन्हें जिस प्रकार का प्लेटफार्म मिलना चाहिए अब तक नहीं मिल पाया था. इसे देखते हुए स्थानीय महिलाओं ने महिला विंग का गठन किया गया. यह संस्था पूर्णं रूप से एक सामाजिक संस्था रहेगी, जो समाज में महिलाओं की प्रतिभाओं को आगे लाएगी. इसके साथ ही उनके साथ अगर किसी प्रकार का शोषण हो रहा है, तो उस शोषण से मुक्ति दिलाने में पहल करेगी. यह प्रशासन एवं समाज के बीच एक कड़ी का काम करेगी. इस संस्था के अध्यक्ष अर्पिता सहा एवं सचिव कुमारी गुड्डी को मनोनीत किया गया है. वहीं कोषाध्यक्ष लीमा सहा, कार्यक्रम प्रभारी सोमना साहा साथ ही एक प्रशासनिक दल का गठन किया गया है. इनमें कुल 7 सदस्य अर्पिता सहा, कुमारी गुड्डी, लीमा साहा सोमना साहा रचना कुमारी, मोनिका साहा और मीरा रामदास शामिल हैं.
संस्था से जुड़ी 55 महिलाएं
इस संस्था में प्रशासनिक दल के अलावा 55 महिलाएं जुड़ चुकी हैं. इनमें डॉक्टर, प्रोफेसर शिक्षिका, वर्किंग महिलाएं और हाउस वाइफ भी शामिल हैं. इस संस्था में एक मार्गदर्शक मंडल को भी शामिल किया गया है, जिसमें डॉ. प्रो. लिपि मोदी, डॉ प्रो कुमारी मीणा, प्रोफेसर बबीता साहा, अनीता साहा, पल्लवी साहा और सुनीता बैढ़ भी शामिल हैं. इसके साथ ही चिकित्सा प्रकोष्ठ जिसमें जिले के महिला चिकित्सक शामिल हैं. वहीं शिक्षा प्रकोष्ठ जिसमें जिले की महिला शिक्षिकाएं शामिल है और न्यायपालिका प्रकोष्ठ जिसमें जिले की महिला अधिवक्ता शामिल हैं. इसके साथ ही एक शिकायत समिति का भी गठन किया गया है.

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