कटिहारः बाढ़ से कटिहार में लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं. बाढ़ पीड़ित परिवार के साथ जहां-तहां शरण लेने को मजबूर हैं. कई विस्थापित तो रेलवे लाइन के किनारे रह रहे हैं. जहां उनके जान पर खतरा बना हुआ है. रेलवे लाइन पर आती-जाती ट्रेन की चपेट में आकर कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है. सबसे ज्यादा खतरा वहां रह रहे बच्चों को है.
कटिहारः जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन के किनारे रह रहे हैं बाढ़ पीड़ित, सरकार को नहीं है सुध
बिहार सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री सह प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल ने कहा कि यह आपदा इतनी बड़ी है कि इसमें सरकार और प्रशासन के साथ-साथ सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है.
सरकार नहीं ले रही है सुध
रेलवे लाइन के किनारे रह रहे लोगों ने बताया कि हमारे घर में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिसके बाद से हम यहां रह रहे हैं. सरकार-प्रशासन से कोई मदद नहीं मिल रही है. हमारे पास खाने-पीने का सामान नहीं है. सरकार के एक पॉलीथिन मिला है जिसे टांग कर यहां रह रहे हैं. लेकिन बारिश होती है तो यह पॉलीथिन भी काम नहीं आता, हमलोग भीग जाते हैं.
सरकार-प्रशासन को साथ मिलकर काम करने की जरूरत
कटिहार दौरे पर आए बिहार सरकार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री सह प्रभारी मंत्री रामनारायण मंडल ने कहा कि मीडिया के माध्यम से हमें यह जानकारी मिली है. प्रशासन हर संभव मदद करेगी. प्रभारी मंत्री ने कहा कि यह आपदा इतनी बड़ी है कि इसमें सरकार और प्रशासन के साथ-साथ सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है. रेलवे लाइन जैसे खतरनाक जगहों पर रह रहे लोगों को जागरूक करने के लिए समाज के हर वर्ग तो आगे आना चाहिए.