कैमूर: जिले में 31 अगस्त को एक युवक सड़क हादसे में घायल हो गया था. घायल युवक को भभुआ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं बुधवार को इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. पुलिस की उपस्थिति में डॉ अभिलास चंद्रा ने शव का पोस्टमार्टम किया.
कैमूर: इलाज के दौरान युवक की मौत, सवालों के घेरों में अस्पताल प्रशासन
जिले में तीन दिन पहले एक युवक सड़क हादसे में घायल हो गया था. वहीं अस्पताल में उचित स्वास्थय सुविधा न मिलने से बुधवार को युवक की मौत हो गई. इसे लेकर पुलिस और स्वास्थय विभाग के ऊपर अनेकों सवाल खड़े हो रहे हैं.
सड़क हादसे में घायल
अस्पताल रजिस्टर के अनुसार दीपक कुमार पिता रामाधीन निवासी बनकट गांव का रहने वाला था. पुलिस ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. युवक को भर्ती कराने के बाद चौकीदार गायब हो गया. सदर अस्पताल में बिना देखरेख के भगवान भरोसे युवक का इलाज चलता रहा था. इस दौरान कोई उससे मिलने या उसे देखने नहीं पहुंचा. युवक के दाहिने कंधे और हाथ पर लगी चोट पर बंधी पट्टी उसके मरने तक बंधी रही. युवक की पट्टी बदली ही नहीं गई और न उसकी नियमित ड्रेसिंग की गई.
स्वास्थय विभाग और प्रशासन पर खड़े हुए सवाल
यह पुलिस और स्वास्थ्य विभाग दोनों की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है. हांलाकि पूछे जाने पर दुर्गावती पुलिस का पक्ष है कि मोर्हरम पर्व के चलते चौकीदार नहीं पहुंच पाया. वहीं अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार का कहना है कि चिकित्सकों ने इलाज में कोई लापरवाही नहीं की है. वहीं अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि युवक की मौत इलाज के अभाव में हुई है या किसी और कारण से हुई.