कैमूर: दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाला एनएच-2 पर कभी भी ब्रेक लग सकता है. कैमूर के एनएच-2 कर्मनाशा नदी पर बना अस्थाई ब्रिज जर्जर अवस्था में है, जो कभी भी टूट सकता है. पिछले साल कर्मनाशा नदी पर पुराने पुल के एक पिल्लर में दरार आ गई थी. जिसके बाद एनएचआई ने तत्काल वाहनों के पुल पार करने पर रोक लगा दी थी. उस दौरान दो महीने तक बिहार का यूपी से संपर्क टूट गया था.
स्टील ब्रिज भी हुआ जर्जर
वैकल्पिक तौर पर पुराने पुल के बगल में स्टील ब्रिज बनाया गया था. वाहनों के परिचालन के लिए शुरू किए गए इस स्टील पुल की स्थिति एक साल बाद ही काफी जर्जर हो गई और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. एनएचआई ने जिला प्रशासन से इस रास्ते से जाने वाले ओवरलोड बालू लदे ट्रकों पर रोक लगाने को कहा है. एनएचआई ने कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद जिला प्रशासन को पत्र लिखकर इससे अवगत करा दिया है.
ओवरलोडिंग ट्रक बने समस्या
गौरतलब है कि एनएच-2 के रास्ते ओवरलोड बालू लदे ट्रक चल रहे हैं. स्टील ब्रिज की क्षमता 50 से 60 टन का भार सहन करने की है. उसके बावजूद लगातार ओवरलोडिंग वाहन इस ब्रिज से गुजर रहे हैं. जिससे स्टील ब्रिज कई जगह से टूट गया है. लोडिंग वाहन के कारण 6 महीने में ही स्टील ब्रिज जर्जर स्थिति में पहुंच गया है.