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मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के लिए मिली जुली प्रतिक्रिया, बिचौलिए और प्रशासन कर रहे परेशान

मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के लिए जिले में कुल 58 हजार 2 सौ 19 बुजुर्गों के आवेदन दिए गए जिसमें 42 हजार 9 सौ 80 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है, जबकि 13हजार 2सौ 20लोगों का पेमेंट प्रोसेस में है, 1 हजार आवेदन रिजेक्ट भी हुए है. वैसे आवेदनों को रिजेक्ट किया गया है, जिनका आधार कार्ड में उम्र नहीं है.

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Published : Dec 1, 2019, 11:17 AM IST

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गोपालगंज: जिले में मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना कारगर साबित हो रही है. यहां के बुजुर्गों को इस योजना का भरपूर लाभ मिल रहा है. बुजुर्ग अपनी जिंदगी के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैला रहे हैं. इस योजना को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन भी मुस्तैदी से काम कर रहा है. हालांकि कुछ बुजर्गों को थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन मोटे तौर पर यह योजना सफल साबित हुई है.

पंचायत से लेकर अनुमंडल स्तर तक आवेदनों का निपटारा
जिले में कुल 58 हजार 2 सौ 19 बुजुर्गों के आवेदन दिए गए जिसमें 42 हजार 9 सौ 80 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है, जबकि 13हजार 2सौ 20लोगों का पेमेंट प्रोसेस में है,1 हजार आवेदन रिजेक्ट भी हुए है. वैसे आवेदनों को रिजेक्ट किया गया है, जिनका आधार कार्ड में उम्र नहीं है. इस योजना से 60 साल और उस उम्र से ऊपर के सभी बुजुर्गों को लाभ दिया जा रहा है. जिला प्रशासन पंचायत से लेकर प्रखंड और अनुमंडल स्तर तक प्राप्त आवेदनों का निपटारा कर रहा है. अनुमंडल पदाधिकारी और डीएम के स्तर से मॉनिटरिंग भी की जा रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

बुजुर्गों को पेंशन के तौर पर हर महीने 4 सौ रुपये का भुगतान
मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के तहत बुजुर्गो को हर महीने 4 सौ रुपये का भुगतान पेंशन के तौर पर उनके बैंक खाते में किया जाता है. यह राशि 60 से 79 वर्ष के बुजुर्गों को मिलती है. हालांकि कुछ बुजुर्गों ने बताया कि योजना के लिए कई बार प्रखण्ड कार्यलय का चक्कर लगाना पड़ता है, बावजूद इसके योजना का लाभ नहीं मिल पाता है. अगर इसका लाभ मिलता भी है तो बिचौलिए हावी हो जाते है. योजना तक पहुंचाने के लिए बिचौलियों द्वारा पैसे की मांग की जाती है.

अधिक से अधिक बुजुर्गों को मिलेगा लाभ
वहीं एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने कहा कि इस योजना के तहत अधिक से अधिक बुजुर्गों तक पहुंचना हमारी प्राथमिकता है. इसके लिए गांव-गांव जाकर व्यापक तौर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है. जो छूटे हुए है उन तक इस योजना का लाभ पहुंचाने के लिए कोशिश की जा रही है. जल्द ही सभी लोगों को इसका लाभ मिल जाएगा.

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