गया:कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए बोधगया में पर्यटन विभाग के दो होटलों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. इस क्वराटइन सेंटर में वैसे मरीजों को रखा जाएगा, जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री कोरोना वायरस के प्रभावित देशों से जुड़ी है. मरीजों को इन होटलों में डॉक्टरों की निगरानी में सारी सुविधाओं के साथ 14 दिनों तक रखा जाएगा.
'14 दिनों तक रखा जाएगा सेंटर में'
बता दें कि इस सेंटर में 14 दिनों तक करोना के लक्षण नहीं पाए जाने वाले व्यक्ति को वापस अपने घर भेज दिया जाएगा. लेकिन करोना के लक्षण पाए जाने पर क्वराटइन सेंटर से मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाएगा. जहां उनका मेडिकल परीक्षण किया जाएगा. मेडिकल परीक्षण में पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें मगध मेडिकल स्थित ट्रामा सेंटर में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
मरीजों के लिए बनाया गया क्वराटइन सेंटर 'आउटसोर्सिंग के तहत की जाए व्यवस्था'
होटल सिद्धार्थ विहार के मैनेजर अमरेंद्र कुमार ने बताया जिला स्वास्थ्य विभाग ने सूचना दी है. इस होटल के साथ सुजाता विहार को भी क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. यहां सारी व्यवस्था उपलब्ध है. इस होटल में 13 कमरे हैं और सुजाता विहार में 45 बेड की व्यवस्था हैं. वहीं, मगध प्रमंडल के आयुक्त असंगबा चुबा आओ और आईजी राकेश राठी ने होटल सिद्धार्थ विहार और सुजाता बिहार का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद होटल के मैनेजर को सारी सुविधाएं बेहतर करने का निर्देश दिया. साथ ही सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि भर्ती संदिग्ध मरीज के खाने पीने के लिए आउटसोर्सिंग के तहत व्यवस्था की जाए.
गया में अब तक 14 संदिग्ध मरीज
बता दें गया में अब तक कोरोना वायरस के 14 संदिग्ध मरीज आए हैं, जिनमें 9 लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है. कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. वहीं, पॉजिटिव मरीजो के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर में 10 बेड और संक्रमण अस्पताल परीसर स्थित अस्पताल में 5 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.