गया: बोधगया में संचालित मम्मी जी चैरिटेबल ट्रस्ट स्कूल के छात्रों ने स्कूल के सचिव पर गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्रों का आरोप है कि सचिव शिक्षा देने के बजाए कड़ाके ठंड में महाबोधि मंदिर ले जाकर भीख मंगवाते हैं. वहीं, इसका विरोध करने पर उन्हें स्कूल से निकाल दिया जाता है.
गरीब हो या अमीर हर मां बाप सोचता है कि वो अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाए. आगे चलकर उसका बच्चा एक कामयाब व्यक्ति बने. गुरारू प्रखंड के राणापुर गांव के कुछ ग्रामीणों ने यही सोचकर मम्मी जी चेरिटेबल ट्रस्ट के स्कूल में 15 हजार रुपये देकर अपने बच्चों का नामांकन करवाया था. लेकिन यहां उनके सपने पर पानी फेर दिया गया. यहां उनके बच्चों शिक्षा की जगह भिक्षा मांगने का ज्ञान दिया जा रहा था.
भिखारी बना दिया
ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से एक-एक रुपया जोड़कर अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए ट्रस्ट के स्कूल में दाखिला करवाया था. उनको तो पता था 15 हजार रुपयों से उनका बच्चा 10 वीं तक की पढ़ाई कर लेगा. लेकिन यहां ट्रस्ट के सचिव कड़ाके की ठंड में सभी बच्चों को ले जाकर महाबोधि मंदिर में भिक्षाटन करवाते थे. छात्रों को शिक्षा देने के बजाए ट्रस्ट के लोगों ने बच्चों को भिखारी बना दिया.