गया: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन जारी है. जिसकी वजह से मजदूर देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं. वहीं, शुक्रवार को मजदूर दिवस के अवसर पर दिघौरा पंचायत के 7 प्रवासी मजदूर घर पहुंचे. ये राजस्थान के जयपुर में मजदूरी करते थे. जारी लॉकडाउन की वजह से रोजगार बंद होने और आर्थिक तंगी के कारण 11 दिन लगातार साईकिल चलाकर अपने घर पहुंचे है.
गया: दूसरे राज्यों में फंसे 7 प्रवासी मजदूर साइकिल से पहुंचे घर
स्वास्थ्य प्रबंधक अजीत कुमार ने बताया कि अस्पताल में 7 प्रवासी मजदूर साइकिल से यात्रा कर पहुंचे हैं. चिकित्सकों की ओर से सभी मजदूरों की जांच की गई. 14 दिनों तक मेडिकल टीम लगातार इनपर निगरानी रखेगी.
राजस्थान से 11वें दिन पहुंचे घर
जयपुर से 1100 किमी साईकिल चलाकर घर पहुंचे राम प्रवेश यादव ने बताया कि रोजगार छिनने के बाद हमने एक महीने तक किसी तरह बंद कमरे में गुजारा किया. इसके बाद हमारे पैसे भी खत्म होने लगे थे. ऐसे में घर आने के सिवाय हमारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था. हमने साईकिल से घर जाने का निर्णय लिया और 7 अलग-अलग साईकिल से 11वें दिन घर पहुंचे. उन्होंने बताया कि रोज 100 से 150 किमी साईकिल चलाते थे. सफर के दौरान सड़क के ही किनारे सो जाते थे. सफर के दौरा भूख लगने पर सत्तू और चूड़ा खाते थे.
सभी मजदूरों की कराई गई जांच
गुरुवार को लंबा सफर तय करके टिकारी पहुंचे सभी प्रवासी मजदूरों को पंचानपुर ओपी की पुलिस की ओर से अनुमण्डलीय अस्पताल भेजा गया. जहां सभी का प्राथमिक जांच कर प्रकाश विद्या मंदिर स्थित क्वारेंटाइन सेंटर पर भेज दिया गया. प्रवासी मजदूरों के पहुंचने पर स्वास्थ्य प्रबंधक अजीत कुमार ने सभी मजदूरों को महिला कॉलेज स्थित क्वारेंटाइन सेंटर पर खाना खिलाया. उन्होंने बताया कि अस्पताल में प्रवासी मजदूर साइकिल से यात्रा कर पहुंचे हैं. चिकित्सकों की ओर से सभी मजदूरों की जांच की गई. 14 दिनों तक मेडिकल टीम लगातार इनपर निगरानी रखेगी.