मोतिहारी:कोरोना के बीच पूर्वी चंपारण जिले के ढ़ाका अनुमंडलीय अस्पताल में एनएचएम के संविदा पर कार्यरत कर्मियों ने विभिन्न मांगों को लेकर सांकेतिक रुप से आंदोलन शुरु किया है. इनका आंदोलन आठ मई तक चलेगा. उसके बाद अपने ड्यूटी को छोड़ होम आइसोलेशन में चले जाने की बात संविदा कर्मियों ने कही है.
यह भी पढ़ें:मोतिहारी में नाइट कर्फ्यू में निकली बारात, गर्ल डांसर के साथ सैकड़ों लोगों ने लगाए ठुमके
हाथों पर काली पट्टी बांधकर की ड्यूटी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिले के विभिन्न अस्पतालों में अनुबंध पर अपनी सेवा दे रहे अधिकारियों और कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर हाथों में काली पट्टी बांधकर कार्य किया. कर्मियों का कहना है कि कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डाल कर वे लोग कार्य कर रहे हैं. इस आपदा की घड़ी में सरकार का संविदा कर्मियों को लेकर कोई स्पष्ट दिशा- निर्देश नहीं आया है.
संविदा कर्मियों का 6 से 8 मई तक सांकेतिक आंदोलन
आंदोलनरत कर्मियों के अनुसार, इस महामारी के समय में अपनी सेवाएं दे रहे राज्यकर्मियों को सरकार ने लाभ देने की घोषणा की है. कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी सेवा दे रहे संविदा कर्मियों को लेकर सरकार का रवैया भेदभाव पूर्ण है. इसलिए विभिन्न अस्पतालों में तैनात संविदा कर्मियों ने 6 मई से 8 मई तक हाथों में काली पट्टी बांधकर ड्यूटी करने का निर्णय लिया है. उसके बाद भी सरकार का कोई स्पष्ट निर्देश नहीं आता है तो राज्य स्तरीय संघ के निर्देश पर सभी संविदा कर्मी होम आइसोलेशन में चले जाएंगे.