दरभंगा: कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉक डाउन में दिहाड़ी पर मजदूरी करने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खास कर ऐसे लोग जो बिहार के दूसरे जिलों से आकर दरभंगा में मजदूरी कर रहे थे. ऐसे में मानवाधिकार और सामाजिक न्याय संगठन की ओर से इन्हे मदद पहुंचाई जा रही है. संगठन के लोगों ने व्हाट्सएप्प पर सहयोग नाम से एक ग्रुप बनाया है. जिसके जिए आर्थिक सहायता जुटाकर गरीबों की मदद की जा रही है.
दरभंगा में फंसे मजदूरों के बीच मानवाधिकार संगठन ने बांटा राशन
मानवाधिकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने कहा कि 25 मार्च को लॉक डाउन की घोषणा के बाद उन्होंने सहयोग नामक ग्रुप व्हाट्सएप्प पर बनाया था. तब से अब तक जिले के करीब 150 परिवारों को राशन मुहैया करवा चुके हैं.
150 परिवारों को राशन मुहैया करवाया
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित कुमार सिंह ने कहा कि 25 मार्च को लॉक डाउन की घोषणा के बाद उन्होंने सहयोग नामक ग्रुप व्हाट्सएप्प पर बनाया था. तब से अब तक जिले के करीब 150 परिवारों को राशन मुहैया करवा चुके हैं. उन्होंने कहा कि अब वे बीमार लोगों को डॉक्टर और दवा भी उपलब्ध करवाएंगे. साथ ही कहा कि भागलपुर से आकर दरभंगा में मजदूरी कर रहे लोग यहां फंस गए हैं. ऐसे 15 लोगों को एक सप्ताह का राशन उपलब्ध कराया गया है. वे लॉक डाउन खत्म होने तक ऐसे लोगों की मदद करते रहेंगे.
जरुरतमंदों के बीच राशन का वितरण
बता दें कि गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना अभी धरातल पर नहीं उतरी है. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जो भी मजदूर बाहर से आकर यहां फंसे हैं, उन्हें तो इस मुफ्त राशन की भी उम्मीद नहीं है. ऐसे में सामाजिक संगठन गरीबों के लिए बड़ा सहारा बन कर उभरे हैं.