बेगूसराय: जिले में लॉक डाउन के कारण आर्थिक समस्या के साथ-साथ भुखमरी की कगार पर खड़ी जनता की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए ताली पीटने के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सीपीएम की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चे ,बूढ़े और महिलाओं ने थाली पीट कर अपना विरोध दर्ज कराया.
CPM के कार्यक्रम में भूख से बेहाल लोगो ने पीटी थाली, कहा- सरकार कुछ करे नहीं तो टूट सकता है लॉकडाउन
प्रशासन की सख्ती के कारण लोग अपने अपने घरों में बंद हैं. ऐसे में कई दिहाडी़ मजदूरों, ठेले वालों, इत्यादि कि माली हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. ऐसे लोग सरकारी व्यवस्था से खासे नाराज दिख रहे हैं.
कोरोना वायरस को लेकर लंबे समय से चली आ रही लॉक डाउन के काम लोगों की माली हालत लगातार खराब होती जा रही है. प्रशासन की सख्ती के कारण लोग अपने अपने घरों में बंद हैं. ऐसे में कई दिहाडी़ मजदूरों, ठेले वालों, इत्यादि कि माली हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. ऐसे लोग सरकारी व्यवस्था से खासे नाराज दिख रहे हैं. स्थानिय निवासी मोहन महतो का कहना है कि आर्थिक तंगी की वजह से उनके बाल बच्चे भूखे सोने को विवश हैं. वहीं कुछ लोगों की शिकायत है कि राशन के अलावा जलावन और दूसरी व्यवस्था के लिए पैसे की जरूरत है जो उनके पास उपलब्ध नहीं है. लेकिन सरकार द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है.
टूट सकता है लॉक डाउन
वार्ड 36 में आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश के आलोक में अपने अपने घरों में दिए भी जलाए, थाली भी पीटी पर, पर राशन के आभाव में पानी पी पी कर वक्त गुजरना पड़ रहा है. वही इस संबंध में सीपीएम कार्यकर्ता राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि सरकार लॉक डाउन करें उन्हें कोई एतराज नहीं है. यह जरूरी भी है. लेकिन गरीबों के लिए सरकार की ओर से जो व्यवस्था की गई है, वह नाकाफी है. इससे लॉक डाउन टूटने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इसलिए सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए ताली पीटने के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.