बिहार

bihar

अररिया में गरजे जिग्नेश मेवाणी, विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों को शहीद बताकर दी श्रद्धांजलि

By

Published : Jan 17, 2020, 3:01 PM IST

मंच से यह भी बात कही गई कि देश में रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान की बेइज्जती है. इसे हम लोग हिन्दू मुस्लिम के नजरिए से नहीं देखें और नहीं इसे ऐसे जीता जा सकता है.

अररिया
अररिया

अररिया: जिले में नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में एक जनसभा का आयोजन किया गया. इस जनसभा में गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी, देव देसाई समाजिक कार्यकर्ता गुजरात, रूपेश कुमार, प्रियंका भारती छात्र नेता जेएनयू, जामिया छात्रा चंदा यादव, पटना यूनिवर्सिटी की छात्रा शहनाज फिरदौस समेत कई लोग शामिल हुए. इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा गया.

अररिया के आजाद अकादमी में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर आयोजित विशाल जनसभा में सामाजिक कार्यकर्ता और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी औरवं अन्य वक्ताओं ने कहा कि सरकार देश के असल व बुनियादी मुद्दों की अनदेखी कर रही है. देश के संविधान पर हमला कर रही है. स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे काला कानून सीएए है. यह कानून मजहब के नाम पर भेदभाव करने वाला गैर संवैधानिक कानून है, जो भारतीयों के हित में नहीं है.

जनसभा में शामिल जन सैलाब

रखा गया मौन, दी गई श्रद्धांजली
मंच से यह भी बात कही गई कि देश में रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान की बेइज्जती है. इसे हम लोग हिन्दू-मुस्लिम के नजरिए से नहीं देखें और नहीं इसे ऐसे जीता जा सकता है.

अररिया से महमूद आलम की रिपोर्ट

इस दौरान डिटेंशन सेंटर और विरोध के दौरान मारे गए लोगों को शहीद बताते हुए उनके आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजली दी गई. इस सभा में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. सभा का आयोजन हम हैं भारत के बैनर तले किया गया, जिसके कॉर्डिनेटर जाहिद अनवर और दीपक दास समेत कई लोग रहे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details