नई दिल्ली: स्मार्टफोन आज हमारी लाइफ का अभिन्न अंग बन गया है. वक्त के साथ-साथ इसका इस्तेमाल भी काफी ज्यादा बढ़ गया है. बैंकिग से लेकर शॉपिंग और कॉलिंग से लेकर मैसेजिंग तक आज हम अपनी डेली लाइफ के कई काम फोन की मदद से ही करते हैं. हालांकि, स्मार्टफोन से यूजर्स को प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर हमेशा ही चिंता रहती है.
ऐसे में एक सवाल सभी के मन में रहता है कि क्या गूगल या ऐप्पल हमारी बातों को सुन रहे हैं? तो जवाब है 'हां'. दरअसल, आपका फोन बेडरूम से लेकर दोस्तों के साथ होने वाली गॉसिप तक आपकी हर बात सुनता है. चाहे आप फोन का इस्तेमाल कर रहे हों या नहीं.
गौरतलब है कि स्मार्टफोन यूजर्स फोन के इस्तेमाल के लिए अपने मोबाइल के कैमरे से लेकर माइक तक की परमीशन देते हैं. परमीशन देते वक्त हम नहीं सोचते हैं कि हमारा डिवाइस इसका इस्तेमाल कब और कैसे करेगा? बस फिर क्या है सारा खेल यहीं से शुरू हो जाता है.
बता दें कि गूगल वॉयस असिस्टेंट का इस्तेमाल करने के लिए यूजर को माइक्रोफोन की परमीशन देनी पड़ती है. इससे आपकी की आवाज पर वॉयस असिस्टेंट काम करने लगता है. हालांकि, यही गूगल वॉयस असिस्टेंट आपकी बातों भी सुनता है. इतना ही नहीं कई सोशल मीडिया ऐप भी आपसे माइक्रोफोन की परमीशन मांगती हैं, जिसमें फेसबुक भी शामिल है. फेसबुक यूजर्स से ऐप टैप टू स्पीच और वीडियो चैटिंग के लिए इसकी परमीशन मांगता है और लोग बिना सोचे-समझे इसकी परमीशन भी दे देते हैं. यह आपकी पर्सनल बातों को भी सुन सकता है. हालांकि, आप इस समस्या से आसानी से निजात पा सकते हैं.
एंड्रॉयड यूजर्स कैसे करें बचाव
अगर आप एंड्रॉयड फोन यूज करते हैं तो सबसे पहले अपने फोन के सेटिंग्स में जाएं. यहां सिक्योरिटी एंड प्राइवेसी ऑप्शन पर क्लिक करें. इसके बाद प्राइवेसी ऑप्शन पर जाएं. अब यहां आपको माइक्रोफोन, कैमरा और दूसरे सेंसर्स की जानकारी मिलेगी. अब आप यहां से ऐप को दी गई परमीशन को ब्लॉक या रिमूव कर सकते हैं.
iOS यूजर्स कैसे करें बचाव
iOS यूजर्स सबसे पहले सेटिंग्स में जाएं और सिक्योरिटी एंड प्राइवेसी ऑप्शन क्लिक करें. इसके बाद यहां माइक्रोफोन का लेबल दिखाई देगा. उस पर क्लिक करें. अब आप जिस ऐप में माइक्रोफोन नहीं चाहते हैं, उस पर क्लिक करके उसे रिमूव कर दें.
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