हैदराबाद: अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और निक हेग ने गुरुवार को करीब 6-7 घंटों तक स्पेसवॉक किया. ये दोनों अंतरिक्ष यात्री 16 जनवरी 2025 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर आए, जिसकी वीडियो नासा ने अपनी वेबसाइट और आधिकारिक एक्स अकाउंट से शेयर की है. नासा ने इस स्पेसवॉक मिशन का नाम यूएस स्पेसवॉक 91 (US Spacewalk 91) रखा है. आइए हम आपको इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के स्पेसवॉक की पूरी डिटेल्स बताते हैं.
7 महीने बाद स्पेस स्टेशन से बाहर आई सुनीता
रिपोर्ट के मुताबिक सुनीता विलियम्स और उनके साथ निक हेग ने 420 किलोमीटर की ऊंचाई पर तुर्केमेनिस्तान के ऊपर स्पेसवॉक किया. भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 7 महीने से अंतरिक्ष में फंसी हुई है और तब से लेकर अभी तक में, वह 16 जनवरी को पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर आईं और बोलीं, "आई एम कमिंग आउट (मैं बाहर आ रहा हूं)". सुनीता को निक के साथ मिलकर स्पेस स्टेशन में कुछ रिपेयरिंग का काम करना था. इनमें स्पेस स्टेशन को अपग्रेड करना, न्यूट्रोन स्टार इंटीरियर कंपोजिशन एक्सप्लोरर (NICER) एक्स-रे टेलीस्कोप को रिपेयर करना शामिल था.
50 घंटे से भी ज्यादा स्पेसवॉक कर चुकी हैं सुनीता
नासा के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, आईएसएस कमांडर सुनीता विलियम्स की यह 8वीं स्पेसवॉक थी. उन्होंने इससे पहले अपनी कुल 7 स्पेसवॉक के दौरान 50 घंटे और 40 मिनट अंतरिक्ष में टहलते हुए बिताए हैं. उनके साथ स्पेसवॉक करने गए उनके साथी और फ्लाइट इंजीनियर निक हेग के लिए यह चौथी स्पेसवॉक थी. इससे पहले उन्होंने अपने 3 स्पेसवॉक के दौरान कुल 19 घंटे और 56 मिनट अंतरिक्ष में टहलते हुए बिताए थे. यूएस स्पेसवॉक 91 में इन दोनों के लिए स्पेसवॉक सपोर्ट का काम बुच विल्मोर और डोन पेटिट कर कर रहे थे.